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बेरोजगार युवाओं को मत्स्य उद्योग से मिलेगा रोजगार

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुरैना में खएती-किसानी के साथ मछली पालन करने वाले लोगों के लिए शासन ने कई योजनाओं को संचालित किया है। जो भी किसान अपनी एक एकड़ भूमि में तालाब का निर्माण कराएंगे, उसकी सात लाख रुपए की लागत पर मत्स्योद्योग विभाग साढ़े तीन लाख रुपए का अनुदान देगा। इस योजना को मत्स्य विभाग ने शुरू किया है जिससे उनको काफी फायदा होने की उम्मीद है।

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुरैना में खएती-किसानी के साथ मछली पालन करने वाले लोगों के लिए शासन ने कई योजनाओं को संचालित किया है। जो भी किसान अपनी एक एकड़ भूमि में तालाब का निर्माण कराएंगे, उसकी सात लाख रुपए की लागत पर मत्स्योद्योग विभाग साढ़े तीन लाख रुपए का अनुदान देगा। इस योजना को मत्स्य विभाग ने शुरू किया है जिससे उनको काफी फायदा होने की उम्मीद है। मत्स्य विभाग के संचालक वीरेंद्र श्रीवास्तव के मुताबिक खेत में तालाब बनाने के इच्छुक हितग्राही नीली क्रांति प्रवर्तित योजना के तहत १० साल तक तालाब बनाए रखने का पट्टा प्राप्त कर इस योजना का अनुदान का लाभ ले सकेंगे। इसके अलावा तालाब की मत्स्य उत्पादकता को बढ़ाने के लिए लोग मत्स्य आहार प्रबंधन योजना का भी लाभ आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि मछली पालन के दौरान यदि किसी भी मछुआरे की मृत्यु होे जाती है तो उसके परिवार को शासन दो लाख रूपये का बीमा भी आसानी से प्रदान करेगी।

अपंगता दशा में भी मिलेगा बीमा

अस्थाई अपंगता की दशा में एक लाख रुपए का बीमा धन दिया जाएगा जो युवा मछली पालन के लिए आगे आना चाहते हैं उन्हें इसकी ट्रेनिंग दिए जाने की व्यवस्था भी की गई है। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षार्थी को 2775 रुपए दिए जाने का प्रावधान है। इस योजना के सहारे आने वाले दिनों में जल्द ही बेरोजगार युवाओं को नये रोजगार के अवसर प्रदान किए जायेंगे।

किशन अग्रवाल, कृषि जागरण

English Summary: Employment from unemployed youth will get from the fishery industry Published on: 03 November 2018, 04:52 IST

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