एग्रीफोर्ट टेक्नोलॉजीस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी एक निजी कंपनी है जो 24 अगस्त 2016 से कार्यरत है। यह कंपनी कृषि आगतों जैसे- बीज, पौध पोषक तत्व, फसल सुरक्षा रसायन व पानी में घुलनशील उर्वरकों का निर्माण करती है। कृषि जागरण टीम से बातचीत करते हुए कंपनी के मानद अध्यक्ष डी.के. चोपड़ा और सीओओ शरद अवस्थी ने अपनी कंपनी के बारे में कई जानकारियां दीं।
एग्रीफोर्ट टेक्नोलॉजीस एक नई कंपनी है जो पिछले वर्ष शुरू की गई थी और इसका तालमेल ब्लू क्वाडरेंट से है। कंपनी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अपने कुछ पायलट परीक्षण किए हैं जिनको किसानों ने काफी सराहा तथा वितरकों से भी उत्साहवर्धक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं। कंपनी के उत्पाद प्रो-बायोटिक, मेटाबोलाइट्स और केल्प तकनीक पर आधारित हैं जो कि बाजार में न्यूट्रिलेक्स, कनवर्टर, विकल्प नाम से उपलब्ध हैं। हमारा उद्देश्य मिट्टी और पौध स्वास्थ्य के विषय में किसानों को समझाना व उनकी उत्पादकता को बढ़ाने के लिए अपने विशिष्ट उत्पाद उपलब्ध करवाना है। इन सकारात्मक परिणामों के कारण यह प्रतीत होता है कि हम 3-4 वर्षों में पूरे भारत के किसानों की सेवा कर पाएंगे।
हमारा उद्देश्य फसलोत्पादन को बढ़ाने के लिए गुणवत्तायुक्त उत्पाद किसानों को देना है। इसकी आपूर्ति के लिए एग्रीफोर्ट टेक्नोलॉजीस ने ब्लू क्वाडरेंट, स्पेनिश ग्लोबल कंपनी ट्रेड कॉर्प इंटरनेशनल जो कि 400 से अधिक स्प्रे करने वाले उर्वरकों को प्रदान करती है। स्रिब्स बायो टेक्निक्स मुंबई के साथ तालमेल किया है और जापान की कुछ कंपनियों से फसल सुरक्षा रसायनों के लिए वार्तालाप जारी है।
हमारा लक्ष्य राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किसानों की सेवा और एक विश्वसनीय कृषि कंपनी की श्रेणी में शामिल होना है। अवस्थी ने कहा कि पहले से मौजूद कंपनियों से प्रतिस्पर्धा की बात करें तो भारत में अभी काम करने के लिए काफी अवसर हैं और हम नए-नए उत्पादों के साथ किसानों की समस्याओं का समाधान करेंगे। हमारा उद्देश्य किसानों तक पौध स्वास्थ्य, जैविक उत्पाद, फसल सुरक्षा रसायन, बीज व पानी में घुलनशील उर्वरक देना है।
मेरा गांव मेरे सपने के विषय में उन्होंने बताया कि एग्रीफोर्ट टेक्नोलॉजीस वैज्ञानिक व टिकाऊ खेतों के लिए किसानों को प्रेरित करेगी। इस प्रयास में हम गावों के युवाओं का नामांकन कर रहे हैं जो प्रत्येक गांव के किसानों के केंद्र होंगे और जिन्हें एग्रीफोर्ट कंपनी की फ्रेंचाइजी भी दी जाएगी। कंपनी इन युवाओं को कृषि में आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए सघन परीक्षण दे रही है। यह केन्द्र किसान शिक्षा, ज्ञान का आदान-प्रदान, सेमिनार आयोजित करेगी और इस दौरान प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया जाएगा। यह केन्द्र किसानों को मृदा परीक्षण, फसल बीमा योजनाओं के लिए सरकार और किसानों के लिए एक कड़ी का काम करेगा। गांव के युवा अपने गांव में ही इस सपने को पूरा कर सकते हैं।
उन्होंने किसानों तक पहुंच बनाने की रणनीति के विषय में बताया कि हम व्यवसाय पार्टनर की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। महाराष्ट्र में हम जल्द अनुसंधान एवं विकास की स्थापना करने जा रहे हैं। एग्रीफोर्ट में हम सर्वश्रेष्ठ मानव संसाधन नियुक्त कर रहे हैं। अपने नारे “किसान की जीत हमारी जीत” के विषय में उन्होंने बताया कि सकल घरेलु उत्पाद में कृषि में 15 प्रतिशत का योगदान है जो यह बताता है कि हमारी कृषि में अभी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। बढ़ती हुई जनसंख्या, जोतों का छोटा होना व गुणवत्तायुक्त पदार्थ देना इस समय की चुनौतियां हैं। किसानों को जागृत करने के लिए काफी कुछ करने की आवश्यकता है। अगर किसान खुशहाल होगा तो पूरा देश खुशहाल होगा। उसकी जीत में ही देश की जीत है।
English Summary: The victory of farmers is the victory of the country: DK Chopra
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