इसमें कोई दो राय नहीं कि ग्रामीण भारत की अर्थव्यवस्था को चलाने में लघु उद्योग का योगदान महत्वपूर्ण है. यही कारण है कि इनके विकास और विस्तार के लिए राज्य एवं भारत सरकार तरह-तरह की योजनाएं चलाती रहती है. लेकिन किसी भी सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए आपके बिजनेस का नाम किसी सरकारी रिकोर्ड में दर्ज होना चाहिए.
सरकार के पास आपकी जानकारी होनी जरूरी
आप क्या काम करते हैं, कैसा काम करते हैं, उसमें किस तरह की सहायता चाहिए या काम में कैसी परेशानी आ रही है, इन सभी बातों का पता सरकार को आंकडों से लगता है. इसलिए जरूरी है कि आप अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन करवाएं. इस काम को करने के लिए आप ‘उद्योग आधार’ का सहारा ले सकते हैं. उद्योग आधार क्या है और किस तरह आपेक लिए फायदेमंद है, चलिए विस्तार से बताते हैं.
इस तरह होता है कामों का आंकलन
उद्योग आधार योजना के अंतर्गत सरकार नए कामों का आंकलन करती है. इस योजना के तहत छोटे और मध्यम तरह के उद्योगों को बढ़ावा दिया जाता है. एक बार आप इसमें अपने काम का रजिस्ट्रेशन कर लेते हैं, तो अधिकतर सरकारी योजनाएं आपको आसानी से मिल जाती है.
इतना ही नहीं रजिस्ट्रेशन के बाद आपके काम से संबंधित हर तरह की सहायता एवं सेवा से सरकार आपको अवगत कराती रहती है. रजिस्ट्रेशन के बाद अधिकतर बैंकों से आप लोन बहुत आसानी से ले सकते हैं.
इस तरह होता है रजिस्ट्रेशन
उद्योग आधार का लाभ लेने के लिए आप अपना रजिस्ट्रेशन दो तरह से कर सकते हैं. पहला तो जिला कार्यलय जाकर ऑफलाइन आवेदन भर सकते हैं और दूसरा उद्योग आधार पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
जरूरी दस्तावेज
इस काम के लिए आपको आधार कार्ड (जिसमें सही मोबाइल नंबर दिया गया हो), पैन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, पता प्रमाण पत्र चाहिए. फार्म भरने के बाद आपको तुरंत ही उद्योग आधार मेमोरेंडम (यूएएम) के तहत उद्योग का आधार नंबर मिल जाएगा. इस नंबर का मिलने का मतलब है, अब से आपके काम की पहचान सरकार के पास है और भविष्य में मिलने वाली योजनाओं और सेवाओं की जानकारी के लिए आप इसी नंबर द्वारा लाभार्थी हैं.
इस तरह के मिलेगें लाभ
- रजिस्ट्रेशन के बाद हर तरह की सरकारी योजना का लाभ आपको सबसे पहले मिलता है.
- 2. आपके व्यापार की कोई नकल नहीं कर सकता और अगर कोई करता है, तो आप आसानी से केस कर सकते हैं. क्योंकि कानून आपका व्यापार और उससे जुड़े सभी अधिकार आपके पास सुरक्षित हैं.
- 3. इस काम में आपको पैसा खर्च नहीं करना पड़ता और घर बैठे भी इसे किया जा सकता है.
इन उद्योगों को मिल रही है प्राथमिक्ता
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जैविक साबुन, सर्फ या तेल बनाने वाले बिजनेस
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चॉकलेट बनाने वाले बिजनेस
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बिस्कुट या बैकरी का काम
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दूध, दही, मक्खन, घी या पनीर से जुड़ा कोई काम
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मोमबत्ती, अगरबत्ती, धूप आदि बनाने का काम
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टॉफी, गुड़ या व चीनी बनाने का काम
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सोडा, जूस, जल-जीरा या फ्लेवर्ड ड्रिंक आदि बनाने का काम
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विनिर्माण या मैन्युफैक्चरिंग का अन्य कोई काम
उद्योग आधार के लिए इस तरह करें रजिस्ट्रेशन
उद्योग आधार में रजिस्ट्रेशन करने के लिए आप इस लिंक पर जा सकते हैं. आप चाहें तो MSME मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर “उद्योग आधार ऑप्शन” में उद्योग आधार क्रमांक को दुबारा देख भी सकते हैं.
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