किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार आए दिन कोई नई योजना की शुरुआत करती है. खेती बाड़ी में पानी की अहम भूमिका होती है. अगर समय पर खेतों की सिंचाई न की जाए तो फसलें बर्बाद हो जाती हैं. आज भी कई गांव ऐसे हैं, जहां सिंचाई के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. वहां के किसान खेती के लिए पूरी तरह से बारिश पर निर्भर रहते हैं. ऐसे में किसी साल अगर वर्षा नहीं होती है तो उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ता है. हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्य में ज्यादातर ऐसे हालात उत्पन्न हो जाते हैं. हालांकि, अब से राजस्थान में खेतों की सिंचाई के लिए पानी की कोई कमी नहीं होने वाली है. आइए जानें राज्य सरकार ने क्या बड़ा कदम उठाया है.
नहर परियोजना का शिलान्यास
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बांसवाड़ा जिले के लंकाई में अनस नदी पर साइफन निर्माण और मगरदा में 2500 करोड़ रुपये की नहर परियोजना का शिलान्यास किया है. नहर परियोजना से जिले की छह तहसीलों के 338 गांवों में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा. गहलोत ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस परियोजना के माध्यम से सरकार 42,000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा प्रदान करेगी.
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राजस्थान के लोग उठा रहे हैं इन योजनाओं का लाभ
इसके साथ ही गहलोत ने यह भी कहा कि राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के जरिए पशुपालकों को राहत देने का काम कर रही है. दुधारू गायों की गांठ रोग से मृत्यु होने की स्थिति में 16 जून को पशुपालकों को 40 हजार रुपये की सहायता राशि दी जायेगी.
राजस्थान सरकार मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना के तहत दो दुधारू गायों और भैंसों का 40 हजार रुपये प्रति पशु के हिसाब से नि:शुल्क बीमा भी करा रही है. अपने संबोधन के दौरान गहलोत ने अपनी सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का भी जिक्र किया.
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