राज्य सरकारें अपने किसानों को कोई न कोई उपहार देती ही रहती हैं. कुछ ऐसी ही खबर राजस्थान (Rajasthan) से भी आ रही है. दरअसल, अब 'कृषक उपहार योजना' (Krishak Uphar Yojana) जिले समेत प्रदेशभर के किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी. बता दें कि कृषि उपज मंडियों (Agricultural Markets) में 10,000 रुपये से अधिक की फसल बेचने पर पुरस्कार राशि दी जाएगी.
ई-कूपन जारी किए जाएंगे (E-coupons will be issued)
इस पुरस्कार का विजेता बनने के लिए कृषि उपज मंडी में किसानों को कूपन दिए जाएंगे. यह योजना सरकार द्वारा किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई है. राजस्थान सरकार ने कृषि विपणन निदेशालय, जयपुर (Directorate of Agricultural Marketing, Jaipur) के तहत राज्य की सभी बाजार समितियों के माध्यम से राज्य के किसानों के लिए Krishak Uphar Yojana लागू की है.
इसमें मंडी समितियों से किसानों को उनकी कृषि उपज मंडियों में बेचने एवं मण्डी समितियों में संचालित करने के लिए ई-नाम (e-Nam) लाया गया है. इस परियोजना के तहत ई-भुगतान प्राप्त करने के लिए नि:शुल्क ई-उपहार कूपन जारी किए जाएंगे.
ऐसे मिलेगा किसानों को इनाम
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इस योजना के तहत प्रत्येक छह माह में मंडी स्तर पर (At market level) गेट पास की बिक्री पर्चियों और ई-भुगतान की बिक्री पर्ची पर प्रथम पुरस्कार 25-25 हजार रुपये होंगे. वहीं द्वितीय पुरस्कार 15-15 हजार रुपये और तृतीय पुरस्कार 10-10 हजार रुपये होंगे.
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वहीं प्रखंड स्तर पर (At block level) प्रत्येक छह माह में प्रथम पुरस्कार 50 हजार, द्वितीय पुरस्कार 30 हजार व तृतीय पुरस्कार 20 हजार होगा.
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इसके अलावा, राज्य स्तर पर (At the state level) वर्ष में एक बार प्रथम पुरस्कार 5 लाख रुपये होगा, द्वितीय पुरस्कार 1.5 लाख और तृतीय पुरस्कार 1 लाख रुपये होंगे.
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कूपन ऑनलाइन संसाधित किए जाएंगे (Coupons will be processed online)
इस योजना में किसानों को हर छह महीने में तीन पुरस्कार जारी किए जाएंगे. इसमें कूपनिंग की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी. बता दें कि इस योजना की अवधि 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2022 तक है.
जिले में चल रही हैं 8 कृषि उपज मंडियां (Eight agricultural produce markets are running in the district)
जिले में कुल आठ कृषि मंडियां चल रही हैं. इनमें दो मुख्य मंडियां और सात मंडियां चल रही हैं. जिले के गंगापुर शहर में ए श्रेणी की उपज मंडी और सवाई माधोपुर में बी श्रेणी की उपज मंडी है. इसके अलावा बौंली, चौथकाबरवाड़ा, शिवाड, छन, भरोटी और खंडार में द्वितीयक बाजार चल रहे हैं.
निष्कर्ष (Conclusion)
किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने 'कृषक उपहार योजना' शुरू की है. इसमें कृषि उपज मंडी में ई-कूपन जारी किए जाएंगे. जिसमें किसानों को 10 हजार तक की फसल बेचने पर 10 हजार से ढाई लाख रुपये तक का इनाम पा सकेंगे.
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