भारत सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए हमेशा नई-नई पहल करती रहती है. सरकार का उद्देश्य किसानों की आय दोगुनी करने का है. इसके लिए सरकार विभिन्न सरकारी योजनाओं का संचालन करती है.
इन्हीं योजनाओं में से एक कृषि उड़ान योजना (Krishi Udaan Yojana) है, जो कि भारत सरकार की तरफ से साल 2020 में लांच की गयी थी. इसके बाद साल 2021 में इस योजना में कुछ नए अपडेट किए गए, जिसके बाद कृषि उड़ान योजना 2 नाम रख दिया गया. कृषि उड़ान योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसानों द्वारा उगाई गयी फसलों को भारत देश के अलावा दूर देशों में भी निर्यात करना है, तकि वह अच्छा मुनाफा कमा सकें.
कृषि उड़ान योजना के लाभ (Benefits Of Krishi Udaan Yojana)
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कृषि उड़ान योजना के जरिये किसान अपनी फसलें बर्बाद होने से बचा सकते हैं.
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कृषि उड़न योजना के तहत किसान भाई अपनी फसलों को दूसरे देशों में आसानी से निर्यात कर अच्छा पैसा कमा सकते हैं.
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कृषि उड़ान योजना के तहत किसानों को हवाई जहाज की आधी सीटों पर सब्सिडी भी दी जाती है.
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इसके अलावा जो पशुपालक मछली उत्पादन, दूध उत्पादन और डेयरी उत्पाद, मांस आदि जैसे व्यवसाय करते हैं, उनको इस योजना में प्राथमिकता दी जाती है.
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स्पोक मॉडल विकसित किया जायेगा (Spoke Model Will Be Developed)
मिली जानकारी के अनुसार, साल 2022-23 में अहमदाबाद, भावनगर, झारसुगुडा, कोझीकोड, मैसूर, पुडुचेरी, राजकोट और विजयवाड़ा में 2023-24, आगरा, दरभंगा, गया, ग्वालियर में खराब होने वाले उत्पादों के परिवहन के लिए एक हब और स्पोक मॉडल विकसित किया जायेगा.
वहीँ साल 2024-25 में पंतनगर, शिलांग, शिमला, उदयपुर और वडोदरा, होलांगी और सेलम में भी यह मॉडल तैयार किया जाएगा. फिलहाल इस योजना से 53 एयरपोर्ट्स जुड़े हुए हैं. इनमें घरेलू और अंतरष्ट्रीय हवाई मार्ग भी शामिल है.
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