असंगठित किसानों और मजदूरों (Unorganized Farmers and Laborers) के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसमें से एक है इ-श्रम कार्ड और दूसरा है श्रमिक कार्ड (लेबर कार्ड) योजना. बहुत से लोग हैं जिन्हें आज भी नहीं पता कि इन दोनों में अंतर क्या है, जिसके चलते लोग ग़लत आवेदन कर रहे हैं. ऐसे में आज हम आपको बातएंगे कि ई-श्रम कार्ड और श्रमिक कार्ड में क्या अंतर (What is the difference between e-shram card and labor card) है और इनके लाभ क्या है.
क्या है इ-श्रम कार्ड (What is e-Shram Card)
ई-श्रम असंगठित क्षेत्र के उन श्रमिकों के कल्याण के लिए श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा बनाया गया एक पोर्टल है, जो ईपीएफओ या ईएसआईसी के सदस्य नहीं हैं. भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा 26 अगस्त 2021 को असंगठित क्षेत्रों में श्रमिकों का डेटाबेस बनाने के लिए ई-श्रम पोर्टल की शुरुआत की गई थी. ई-श्रम पोर्टल पर अब तक लगभग 20 करोड़ पंजीकरण किए जा चुके हैं. पंजीकरण की संख्या उत्तर प्रदेश में की जाती है, इसके बाद पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा और झारखंड का स्थान आता है. पंजीकृत सभी श्रमिकों को लाभ प्राप्त करने के लिए ई-श्रम कार्ड दिया जाएगा. सभी वर्गों के कार्यकर्ता आधार नंबर और बैंक विवरण की मदद से अपना पंजीकरण करा सकते हैं.
इ-श्रम कार्ड के लाभार्थी (Beneficiary of e-Shram Card)
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जो लाभार्थी मजदुर परिवार असंगठित क्षेत्रो में मजदूरी का कार्य करते है वो सभी इसका आवेदन कर सकते है चाहे वो प्राइवेट कम्पनी हो या लिमिटेड सभी workers इसका आवेदन कर सकते है
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सीमेंट कार्य करने वाले मजदूर
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लोहार
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बढाई का कार्य करने वाले कामगार
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बिल्डिंग लाइन में कार्य करने वाले मजदूर
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वेल्डिंग मशीन चलाने वाले
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सड़क निर्माण
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चुनाई का कार्य करने वाले
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चरखा चलाने वाले
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सिलाई का कार्य
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मिटटी रेट का कार्य करने वाले
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कंक्रीट का कार्य करने वाले
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सेटरिंग का कार्य करने वाले
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चुना पत्थर का कार्य करने वाले
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बांध निर्माण
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खेतों की मेड बनाने वाले कामगार
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पेन्टर
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कारपेंटर आदि
ई-श्रम कार्ड के फायदे (e-Shram Card Benefits)
यह प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत लाभ प्रदान करती है. यदि श्रमिक की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है या वह पूर्ण रूप से शारीरिक रूप से विकलांग हो जाता है, तो 2 लाख रुपये और आंशिक विकलांगता की स्थिति में 1 लाख रुपये दिए जाते हैं. योगी सरकार ने ई-श्रम कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वालों को 500 रुपये दिये जाते हैं.
क्या है श्रमिक कार्ड (What is Labour Card)
इस योजना में संगठित और असंगठित लेबर के साथ किसान भी शामिल है, जो पिछड़े हुए हैं. ऐसे में उन्हें पीएमएसबीवाई के तहत आकस्मिक बीमा कवर के साथ मजदूरों को लाभ प्रदान किया जाता है. भारत सरकार ने पिछले साल देश के करोड़ों असंगठित श्रमिकों के समग्र कल्याण के लिए असंगठित श्रमिकों के लिए एक राष्ट्रीय डेटाबेस तैयार किया था. आपकी जानकरी के लिए बता दें कि 15 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना लांच की गयी थी.
श्रमिक कार्ड के लाभार्थी (Beneficiary of Labor Card)
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खेतों की मेड बनाने वाले
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लकड़ी कार्य करने वाले कारपेंटर
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सड़क निर्माण
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बिल्डिंग लाइन
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चुनाई का कार्य करने वाले मजदूर
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सीमेंट फेक्ट्री के मजदूर
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चित्रकला
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भवन निर्माण
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लोहार
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सिलाई का कार्य करने वाले
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सरिया गेट बनाने वाले
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बेल्डिंग का कार्य करने वाले
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टाइल्स का कार्य करने वाले यह सभी मजदूर अपने कार्य क्षेत्र का श्रमिक कार्ड बनान सकते है.
श्रमिक कार्ड के फायदे (Labour Card Benefits)
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योजना की परिपक्वता पर, एक व्यक्ति 3000/- रुपये की मासिक पेंशन प्राप्त करने का हकदार होगा. Pension Income पेंशन धारकों को उनकी वित्तीय आवश्यकताओं की सहायता करने में मदद करती है.
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ये असंगठित क्षेत्रों के उन श्रमिकों के लिए है, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 50 प्रतिशत का योगदान करते हैं.
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18 से 40 वर्ष के आयु वर्ग के आवेदकों को 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक प्रति माह 55 रुपये से 200 रुपये के बीच मासिक योगदान देना होगा.
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एक बार जब आवेदक 60 वर्ष की आयु का हो जाता है, तो वह पेंशन राशि का दावा कर सकता है.प्रत्येक माह एक निश्चित पेंशन राशि संबंधित व्यक्ति के Pension Account में जमा की जाती है.
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यदि कोई पात्र ग्राहक उसके द्वारा योजना में शामिल होने की तारीख से दस वर्ष से कम की अवधि के भीतर इस योजना से बाहर निकलता है, तो उसके द्वारा योगदान का हिस्सा केवल उस पर देय ब्याज की बचत बैंक दर के साथ वापस किया जाएगा.
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