CDP-SURAKSHA Portal: भारत सरकार किसानों को सशक्त और उनकी आय बढ़ाने के लिए समय-समय पर नई-नई योजनाए और अभियान चलाती रहती हैं. इसी क्रम में केंद्र सरकार ने बागवानी करने वाले किसानों के लिए एक नई स्कीम की शुरूआत की है. सरकार की ये स्कीम किसानों को सब्सिडी जारी करने को लेकर है. बागवानी किसानों के लिए इस स्कीम को क्लस्टर डेवलपमेंट प्रोग्राम यानी कि CDP के अंतर्गत लाई गई है. बता दें, सीडीपी भारत सरकार का अभियान है, जिसमें किसानों को बागवानी की फसलों के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है. केंद्र सरकार ने इस प्लेटफॉर्म को शुरू किया है, जिसका नाम सीडीपी सुरक्षा (CDP-SURAKSHA) रखा गया है.
केंद्र सरकार सीडीपी सुरक्षा के जरिये देश में बागवानी फसलों पर ध्यान बढ़ाना चाहती है क्योंकि देश के कृषि क्षेत्र का लगभग बागवानी एक तिहाई हिस्सा है. पिछले कुछ वर्षों में बागवानी फसलों की तरफ किसानों का काफी रुझान बड़ा है. आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानते हैं कि सीडीपी-सुरक्षा क्या है और इससे किसानों कैसे मिलेगा सब्सिडी का लाभ?
CDP-SURAKSHA पोर्टल क्या है?
सीडीपी सुरक्षा एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिससे बागवानी करने वाले किसानों को फसलों के लिए आसानी से और सब्सिडी का लाभ कम समय में मिल सकता है. इस प्लेटफॉर्म के जरिये बागवानी किसानों के बैंक अकाउंट में ई-रुपी वाउचर से सब्सिडी का पैसा डाला जाता है. बता दें, ई-रुपी को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCL) ने शुरू किया है, जिसकी मदद से ऑनलाइन लेनदेन आसानी से किया जा सकता है. CDP-SURAKSHA पोर्टल के साथ केंद्र सरकार e-RUPI के रूप में किसानों को सब्सिडी का पैसा देती है. किसानों को सब्सिडी का पैसा जल्दी इसलिए मिल जाता है क्योंकि इसे पीएम किसान, यूआईडीएआई, एनआईसी, ई-रुपी, जियो टैगिंग और जियो फेंसिंग से जोड़ा गया है.
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कैसे काम करता है सीडीपी-सुरक्षा पोर्टल?
सीडीपी सुरक्षा प्लेटफॉर्म किसान, दुकानदार, नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड और क्लस्टर डेवलपमेंट एजेंसी को एक साथ मिलाने का काम करता है. ऑनलाइन होने से किसानों को कम समय में सब्सिडी लाभ मिल जाता है. किसान इस प्लेटफॉर्म पर जाकर अपने मोबाइल नंबर से लॉगिन कर सकते हैं. सीडीपी-सुरक्षा पोर्टल एक बार लॉगिन करने के बाद बागवानी किसान यहां से बीज, नर्सरी और पौधे का भी ऑनलाइन ऑर्डर दे सकते हैं. ऑर्डर देने के बाद किसान जितना पैसा चुकाएंगे, उसके अनुसार ही पोर्टल पर सरकार की तरफ से सब्सिडी दी जाएगी.
बैंक खाते में कब आता है पैसा?
ऑनलाइन ऑर्डर देने के बाद किसान के पते पर सामान पहुंच जाता है. जिसके बाद किसान को जियो टैगिंग के माध्यम से ऑनलाइन मंगाए गए सामान की फोटो और वीडियो बना कर पोर्टल पर अपलोड करनी होती हैं. अपलोड होते ही एआई के माध्यम से किसान के बैंक खाते में सब्सिडी का पैसा जारी कर दिया जाता है.
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