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खुशखबरी! किसानों को इन फलों की खेती पर राज्य सरकार देगी 80,000 रुपए अनुदान, जानिए पूरी योजना

बिहार सरकार आम, लीची और केला की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को 70,000 से 80,000 रुपए तक की सब्सिडी दे रही है. इस योजना से फलों का उत्पादन बढ़ेगा और किसानों की आय में सुधार होगा. जानिए योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया.

मोहित नागर
मोहित नागर
Subsidy for fruit farming
किसानों को इन फलों की खेती के लिए राज्य सरकार देगी 80,000 रुपए अनुदान (Pic Credit - Shutter Stock)

Fruit Farming Subsidy: बिहार सरकार ने राज्य में फलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ी पहल की है. अब आम, लीची और केला की खेती करने वाले किसानों को विशेष अनुदान (सब्सिडी) दिया जाएगा. इसके तहत किसानों को प्रति हेक्टेयर 70,000 से 80,000 रुपए तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जिससे वे बागवानी क्षेत्र का विस्तार कर सकें. यह योजना किसानों की आमदनी बढ़ाने और बिहार को फल उत्पादन में अग्रणी बनाने की दिशा में एक अहम कदम है.

आम, लीची और केला की खेती को मिलेगा बढ़ावा

राज्य सरकार ने सभी जिलों में आम और केला के बाग लगाने का लक्ष्य तय किया है. वहीं, लीची की खेती को लेकर 6 जिलों को विशेष रूप से चिन्हित किया गया है, जहां रकबा विस्तार की योजना चलाई जाएगी. इन जिलों में वैशाली, पूर्वी चंपारण, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और सीवान शामिल है. बिहार लीची उत्पादन में पहले से ही देश में पहले नंबर पर है, जबकि आम में तीसरे और केले में आठवें स्थान पर है. सरकार अब इन फलों की खेती को और आगे बढ़ाने की तैयारी में है.

किसानों को कितनी सब्सिडी मिलेगी?

बिहार सरकार द्वारा फलों की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को विशेष सब्सिडी दी जा रही है. आम और लीची की खेती करने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर 80,000 रुपए, जबकि केला की खेती करने वालों को 70,000 रुपए की सब्सिडी मिलेगी. यह अनुदान दो किस्तों में दिया जाएगा पहली किस्त बागवानी शुरू करने के बाद और दूसरी किस्त फसल की निगरानी एवं निरीक्षण के उपरांत जारी की जाएगी. इस आर्थिक सहायता से किसानों को बागवानी क्षेत्र में निवेश करने में मदद मिलेगी और उनकी आय में भी इजाफा होगा.

बाग लगाने के नियम – कितनी दूरी पर लगेंगे पौधे?

  • आम के पौधे: 5 मीटर की दूरी पर लगाने होंगे. इससे एक हेक्टेयर में लगभग 400 पौधे लगाए जा सकते हैं.
  • लीची के पौधे: 5 मीटर की दूरी पर लगाने होंगे. एक हेक्टेयर में लगभग 424 पौधे लगाए जा सकते हैं.
  • किसानों का चयन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा, इसलिए जो भी किसान इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, उन्हें जल्दी आवेदन करना चाहिए.

टिश्यू कल्चर केला के लिए भी योजना

राज्य सरकार टिश्यू कल्चर तकनीक से उगाए गए केले की खेती को भी बढ़ावा दे रही है. इसके लिए किसानों को मालभोग, चिनिया और जी-9 प्रजाति के पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे. इन पौधों से अच्छी गुणवत्ता के केले तैयार होते हैं, जिनकी बाजार में अच्छी कीमत मिलती है. राज्य के सभी जिलों में टिश्यू कल्चर केले का क्षेत्र विस्तार किया जाएगा. इसमें भी किसानों को 70,000 रुपए की सब्सिडी दो किस्तों में दी जाएगी.

कैसे करें आवेदन?

  • इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान को राज्य सरकार की बागवानी विभाग की वेबसाइट (http://horticulture.bihar.gov.in/) पर आवेदन करना होगा.
  • जो किसान पहले से पंजीकृत हैं, वे सीधे आवेदन कर सकते हैं.
  • नए किसानों को सबसे पहले DBT पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है.

इस योजना से किसानों को क्या होगा फायदा?

  • बागवानी क्षेत्र में वृद्धि से किसान की आय बढ़ेगी.
  • राज्य में फल उत्पादन में और सुधार होगा.
  • फलों के बेहतर उत्पादन से बाजार में मांग पूरी होगी और किसानों को अच्छी कीमत मिलेगी.
  • खासकर लीची और केले की आधुनिक तकनीक से खेती होने पर निर्यात की संभावना भी बढ़ेगी.
English Summary: bihar goverment fruit farming subsidy scheme 2025 farmers get litchi mango banana expansion benefits Published on: 03 June 2025, 02:22 IST

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