हमने यहां वाटर-स्मार्ट फार्मिंग (Water-Smart Farming) शब्द का जिक्र किया है. इस शब्द का सीधा मतलब है कि ऐसी फसलों की खेती जिनमें पानी की आवश्यकता कम होती है. यानी की सिंचाई कम करके या फिर सीमित मात्रा में सिंचाई करके उन फसलों से अच्छा उत्पादन लिया जा सकता है.
साथ ही ऐसी फसलें जिनकी खेती सूखेगस्त इलाकों में भी की जा सकती है. इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी ही सूखा-सहिष्णु सब्जियों की खेती की जानकारी देने जा रहे हैं, जिनकी खेती भारतीय किसान पानी की कमी से निपटने और कृषि स्थिरता को बढ़ाने के लिए कर सकते हैं.
अरुगुला या गार्गीर
अपनी गर्मी सहनशीलता और शुष्क परिस्थितियों के प्रतिरोध के लिए जाना जाता है, अरुगुला एक पत्तेदार हरी सब्जी है जो भारत में लोकप्रियता हासिल कर रही है. इसका चटपटा स्वाद इसे सलाद में एक पसंदीदा सामग्री बनाता है और पानी की कमी वाले वातावरण में पनपने की इसकी क्षमता सीमित सिंचाई संसाधनों का सामना करने वाले किसानों के लिए एक वरदान है.
ब्रॉकली
ब्रॉकली की खेती कम पानी के इस्तेमाल से भी हो सकती है. ऐसे में सूखे की स्थिति का सामना करने वाले किसानों के लिए इसकी खेती एक अच्छा विकल्प हो सकता है. इसमें विटामिन अच्छी मात्रा में पाए जाने की वजह से इसकी डिमांड बाजार में हमेशा रहती है और इसके रेट भी बाकी सब्जियों की तुलना में अधिक होते हैं.
गाजर
आसानी से उगाई जाने वाली जड़ वाली सब्जी गाजर में शुष्क परिस्थितियों को सहन करने की उल्लेखनीय क्षमता होती है. बीटा-कैरोटीन से भरपूर, जो शरीर में विटामिन ए में परिवर्तित हो जाता है, गाजर पानी के तनाव वाले वातावरण में पनपते हुए पोषण का एक आवश्यक स्रोत प्रदान करता है.
फूलगोभी
फूलगोभी सूखागस्त क्षेत्रों के लिए अनुकूल विकल्प है. इसकी खेती में सीमित सिंचाई की आवश्कता होती है. विटामिन सी और के से भरपूर फूलगोभी की मांग सालभर बाजार में बनी रहती है.
खीरे, बैंगन और भिंडी
ये गर्म मौसम की सब्जियां हैं जो भारत के गर्मी के महीनों में पानी की कमी की स्थिति में भी पनप सकती हैं. अपने ताज़गी भरे स्वाद और व्यंजन बनाने में बहुमुखी प्रतिभा के लिए जानी जाने वाली ये सब्ज़ियां किसानों को सीमित सिंचाई संसाधनों के बावजूद अच्छी फसलें और ज्यादा उत्पादन देने में सक्षम हैं.
आलू
व्यापक रूप से खपत होने वाली कंद वाली सब्जी है. आलू में शुष्क परिस्थितियों को सहन करने की क्षमता होती है. अपने उच्च कार्बोहाइड्रेट और आहार फाइबर सामग्री के साथ, आलू किसानों को पानी की कमी वाले क्षेत्रों में भी उच्च उत्पादन देता है.
मीठा आलू
विटामिन ए और सी से भरपूर एक पौष्टिक जड़ वाली सब्जी, शकरकंद सूखे की स्थिति के लिए भी उपयुक्त है. न्यूनतम सिंचाई के साथ फलने-फूलने की इसकी क्षमता सूखे से परेशान किसानों के लिए कमाई का एक अच्छा विकल्प है.
टमाटर
अपनी बहुमुखी प्रतिभा के लिए प्रसिद्ध एक गर्म मौसम की सब्जी टमाटर की खेती, सीमित पानी की उपलब्धता के बावजूद भी गर्मियों के महीनों में की जा सकती है.
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