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वनीला की खेती करेगी मालामाल, बाजार में 40 से 50 रुपए प्रति किलो की दर से बिकती है फसल

बढ़ती मंहगाई के दौर में किसान ऐसी फसलों की खेती की ओर रुख कर रहे हैं जिनका बाजार में अच्छा दाम मिले और कम मुनाफे में अच्छा कमाई हो. आज इस लेख में हम आपको ऐसी ही फसल के बारे में बता रहे हैं जो 50 हजार रुपए प्रति किलो तक बिकती है.

राशि श्रीवास्तव
Vanilla Cultivation can be a highly profitable business
Vanilla Cultivation can be a highly profitable business

बढ़ती मंहगाई के दौर में किसान ऐसी फसलों की खेती की ओर रुख कर रहे हैं जिनका बाजार में अच्छा दाम मिले और कम मुनाफे में अच्छा कमाई हो. आज इस लेख में हम आपको ऐसी ही फसल के बारे में बता रहे हैं जो 50 हजार रुपए प्रति किलो तक बिकती हैं. यह है वनीला की फसल (Vanilla Farming), जिसकी खेती कर किसान लाखों कमा सकते हैं. वनीला एक पौधों का अर्क होता है, जिसका उपयोग मुख्य तौर पर आइसक्रीम में फ्लेवर के रुप में किया जाता है. इसके अलावा इसका इस्तेमाल खूशबूदार परफ्यूम, मिठाईयों व शराब में भी होता है. यह केसर के बाद दूसरी सबसे महंगी फसल है. वनीला की डिमांड बाजार में हमेशा बनी रहती है. यही वजह है कि किसानों ने वनीला की खेती की ओर रुख कर लिया है.

जानिए वनीला के पौधे के बारे में विस्तार से

वनीला एक बेल का पौधा है, इसका तना लंबा और बेलनकार की तरह होता है. इसके फूल कैप्सूल के आकार की तरह होते हैं और खूशबूदार भी होते हैं. फूलों के सूख जाने पर इसका पाउडर बनाया जाता है. वनीला कई एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरा हुआ होता है. इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण भी मौजूद होते हैं. जो पेट को साफ रखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में काफी हद तक काम करते हैं.

Profitable Vanilla Farming in India
Profitable Vanilla Farming in India

वनीला की खेती के लिए उचित जलवायु

वनीला की खेती के लिए अच्छे छायादार खेत की जरुरत पड़ती है. फसल के लिए मध्यम तापमान की आवश्यकता होती है. खेती के लिए शेड हाउस (Shed House) बनाना जरुरी है. आप चाहे तो खेत में बड़े पेड़ों के बीच में वनीला के पौधों (Vanilla Plant) की बुवाई कर सकते हैं. जिससे पौधों को हल्की रोशनी मिलती रहे. वनीला की फसल (Vanilla Crop) 3 वर्ष बाद पैदावार देना शुरू कर देती है.

 

वनीला फसल के लिए उपयुक्त मिट्टी

वनीला की खेती के लिए अच्छी खाद वाली मिट्टी की जरुरत होती है. मिट्टी भुरभुरी होना चाहिए, जिसका पीएच मान 6.5 से 7.5 तक होना चाहिए. वनीला की खेती से पहले मृदा परीक्षण होना जरुरी है. मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए सड़ी-गली गोबर की खाद डालें.

 

वनीला के बीजों की बुवाई

वनीला बेल के रुप में उगता है. इसके लिए कटिंग या बीज दोनों का इस्तेमाल किया जा सकता है. इस बात का ध्यान रहे कि आप नर्सरी से वनीला की स्वस्थ कटिंग ही लें. वनीला लगाने से पहले खेत में गड्ढे किए जाते हैं. इन गड्ढों को कुछ देर धूप में रखें, ताकि बैक्टीरिया मर जाएं. इन गड्ढों में सड़ी-गली खाद डाली जाती है. बेल को फैलने के लिए तार बांधी जाती है. एक एकड़ खेत में 2400 से 2500 बेल लगती हैं. बेल को लगाने के लिए फव्वार विधि से पानी दिया जाता है, इसके बाद बैल को तारों के ऊपर फैलाया जाता है.

वनीला के पौधों की देखभाल

वनीला के पौधों को विकास के लिए अच्छी खाद की आवश्यकता होती है, इसलिए खेत में समय-समय पर गोबार की खाद, केंचुआ खाद डालते रहें. इसके अलावा 100 लीटर पानी में 1 किलोग्राम एनपीके की मात्रा को मिलाकर छिड़काव किया जाता है.

कब आती है वनीला की उपज

वनीला की बेल में 9 से 10 माह के बाद फूल-फलियां पकने लगती हैं. इसके बाद पौधों से बीजों को निकाल लिया जाता है. इन बीजों को अलग-अलग प्रोसेसिंग से होकर गुजरना होता है. जिसके बाद वनीला मिलता है. भारत में वनीला 40 से 50 हजार रुपए प्रति किलो तक बिकता है. ऐसे में बड़े पैमाने पर वनीला की खेती की जाए तो किसान इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

 

English Summary: Vanila Cultivation - This crop will make you rich, it is sold in the market at the rate of 40 to 50 rupees per kg Published on: 24 November 2022, 10:53 AM IST

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