Paddy Varieties: खेती में बीज का बहुत महत्व है. अगर बीज अच्छी नहीं हो तो किसानों की लागत और मेहनत दोनों बर्बाद हो जाती है. इसलिए कहा जाता है, शुद्ध और स्वस्थ प्रमाणित बीज, अच्छी पैदावार का आधार होते हैं. अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों से ना सिर्फ किसानों को फसलों की बेहतर उपज मिलती है बल्कि वाजिब कीमत भी मिलती है. ऐसा माना जाता है कि उत्तम गुणवत्ता वाले बीज, सामान्य बीज की तुलना में लगभग 20 से 25 प्रतिशत अधिक कृषि उपज देते हैं. ऐसे में आप एक किसान हैं और इस खरीफ सीजन में धान की खेती/Paddy Farming करने का मन बना रहे हैं, तो शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स कंपनी द्वारा विकसित धान बीज/Paddy Varieties of Shakti Vardhak Hybrid Seeds Company का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह कंपनी लगभग तीन दशक से अधिक समय से कृषि क्षेत्र में लगातार कार्यरत है. साथ ही एक समयांतराल पर किसानों को नए-नए सीड्स उपलब्ध करा रही है.
इस कंपनी की धान के उन्नत किस्म/Improved Paddy Variety सालों से किसानों की पहली पसंद बने हुए हैं. वही, देश के विभिन्न राज्यों के किसान शक्ति वर्धक कंपनी की धान के बीजों/ Paddy Seeds की खेती करके शानदार मुनाफा भी कमा रहे हैं- चाहे बासमती धान हो, परमाल धान हो, मुच्छल धान हो या फिर पोहा धान. ऐसे में आइए आज शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स कंपनी द्वारा विकसित बासमती धान, परमाल धान और पोहा धान की उन्नत किस्मों के बारे में विस्तार से जानते हैं-
बासमती धान की उन्नत किस्में/Improved Varieties of Basmati Rice
बासमती धान बीज में PB1401, PB1718, PB1, PB1886, PB1121, PB1847, PB1509, PB1692 जैसी किस्मों के साथ ही इस वर्ष शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स लेकर आई है बासमती धान बीज की नई रिसर्च किस्में:-
Kokila 11: बासमती धान की उन्नत किस्म Kokila 11 महज 108-113 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. वही, इस किस्म के पौधे 85-90 सें.मी. तक उंचे होते हैं. जबकि, इस किस्म के 1000 दानों का वजन लगभग 29-30 ग्राम होता है. इस किस्म की खेती करने से किसानों को कई फायदे मिलते हैं, जैसे- फुटाव अधिक होती है, पुष्प गुच्छा लम्बा होता है. साथ ही इसके दाने आकर्षक, लम्बे और पतले होते हैं. इसके अलावा, कोकिला 11 बासमती धान कई बीमारियों के प्रति सहनशील भी है.
Kokila 22: बासमती धान की उन्नत किस्म Kokila 22 बहुत जल्दी पककर तैयार हो जाती है. दरअसल, यह किस्म महज 100-105 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. इसके दाने लंबे, पतले, आकर्षक, मुलायम और सुगन्धित होते हैं. पौधे की ऊंचाई लगभग 88-90 सें.मी होती है. जबकि इसके 1000 दानों का वजन लगभग 30-31 ग्राम होता है. इसकी पत्तियां हल्के हरे रंग की होती हैं. साथ ही यह कई कीट और बीमारियों के प्रति सहनशील भी है.
Kokila 33: बासमती धान की उन्नत किस्म Kokila 33 महज 105-110 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. इसका तना मजबूत और पत्तियां हल्की हरे रंग की होती हैं. इस किस्म की उत्पादकता बहुत बढ़िया है. वही, इस धान के 1000 दानों का वजन लगभग 31-32 ग्राम होता है. यह किस्म भी कई बीमारियों के प्रति सहनशील है.
Kokila 44: सुगन्धित बासमती धान की सर्वोत्तम किस्म Kokila 44 लगभग 135-140 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म के तने मजबूत होते हैं. साथ ही पुष्प गुच्छे लम्बे होते हैं. नतीजतन, उपज अच्छी होती है. इस किस्म के दाने लंबे व पतले होते हैं. इसके अलावा, यह किस्म कई बीमारियों के प्रति सहनशील है.
नोट:- धान की खेती के लिए अनुशंसित की गई सभी कोकिला बासमती धान बीज किसानों के लिए बेहद फायदेमंद हैं. इन किस्मों की खेती से किसानों को कम लागत और कम समय में अच्छी उपज मिलती है. साथ ही धान की ये किस्में रोग और बीमारियों के प्रति प्रतिरोधक भी हैं.
परमाल धान की उन्नत किस्में/Improved Varieties of Parmal Paddy
अगर आप परमल धान बीज लगाने के इच्छुक हैं, तो शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स कंपनी के PR126 और PR 114 धान बीज का चुनाव कर सकते हैं. शक्तिवर्धक हाइब्रिड सीड्स, हाइब्रिड परमल धान बीज भी उपलब्ध कराती है जिनमें शामिल हैं-
Purnima: हाइब्रिड परमल धान की यह उन्नत किस्म महज 125-130 दिनों में तैयार हो जाती है. इस किस्म के पौधे की ऊंचाई 90-95 से.मी. होती है. साथ ही उपज भी अच्छी मिलती है. इस किस्म का दाना लम्बा व पतला होता है. परमाल धान की इस उन्नत किस्म की सबसे ख़ास बात यह है कि यह किस्म बकानी रोग के प्रति सहनशील है.
Purnima Gold: हाइब्रिड परमल धान की उन्नत किस्म Purnima Gold महज 115-120 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. इस धान की किस्म में प्रति पौधा अधिक उत्पादक कल्ले पाए जाते हैं. इसमें बालिया भी अधिक भरी हुई होती हैं. वहीं, प्रति बाली 250-300 दाने निकलते हैं. यह किस्म कम पानी वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है. साथ ही इस किस्म में झुलसा रोग नहीं लगता है.
Purnima Super: हाइब्रिड परमल धान की उन्नत किस्म Purnima Super महज 120-125 दिनों में तैयार हो जाती है. इस धान बीज के पौधे की ऊंचाई 120 से 125 से.मी. होती है. उत्तम फुटाव के साथ यह किस्म लम्बे और पतले दाने में होती है. इसके अलावा, यह किस्म बैक्टीरियल ब्लाइट, ब्लास्ट एवं बी.पी.एच. के प्रति सहनशील है.
नोट:- अगर आप इस सीजन में हाइब्रिड धान की खेती करने के लिए सोच रहे हैं, तो पूर्णिमा धान बीज आपके के लिए एकदम सर्वोत्तम किस्म है.
पोहा धान की उन्नत किस्म/Improved Variety of Poha Paddy
शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स कंपनी द्वारा पोहा धान की एक उन्नत किस्म ‘शक्ति पोहा’ को भी विकसित किया गया है. ऐसे में अगर आप भी पोहा धान बीज लगाने के इच्छुक हैं, तो शक्ति पोहा आपके लिए अच्छी किस्म है. इसी के साथ इस वर्ष शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स धान की तीन और नयी रिसर्च किस्में भी लेकर आ रही है-
SAMULAI-1222: सुपर फाइन धान की किस्म SAMULAI-1222 महज 135-140 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. धान की यह उन्नत किस्म ‘अर्धबौनी किस्म’ है. इस किस्म से किसानों को छोटा, पतला और सुपरफाइन दाना मिलता है. इसके अलावा, इसमें अधिक रोग प्रतिरोधक क्षमता भी पाया जाता है जिस वजह से इस किस्म का फुटाव जबरदस्त होता है. साथ ही बाजार में उच्च कीमत भी मिलती है.
SAMULAI-1444: धान की जबरदस्त फुटाव वाली सुपर फाइन किस्म SAMULAI-1444 एक अर्धबौनी किस्म है जो महज 135-140 दिनों में तैयार हो जाती है. इस किस्म का दाना छोटा, पतला और सुपरफाइन होता है. इस किस्म के दाने पकने के समय झड़ते नहीं है. साथ ही मंडी में भी अच्छा भाव मिलता है.
SVR 24-25: परमल धान की उन्नत किस्म SVR 24-25 महज 115-120 दिनों में तैयार हो जाती है. इस किस्म के पौधों की ऊंचाई 100-105 सें.मी. होती है. इसके दाने मध्यम आकार के मोटे होते हैं. साथ ही 1000 दानों का वजन लगभग 29-30 ग्राम होता है. यह किस्म अधिक फुटावदार किस्म होने के साथ ही बीमारियों और कीड़ों के प्रति सहनशील भी है और सभी क्षेत्रों के लिए उपयुक्त भी है.
ऐसे में अगर आप भी इस साल धान की खेती करने का मन बना रहे हैं, तो शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स कंपनी द्वारा विकसित बासमती धान और परमाल धान के अलावा पोहा धान के बीजों की खेती कर सकते हैं. बीजों के बारे में अधिक जानकारी के लिए किसान नंबर- 8090100540 पर कॉल कर कंपनी से संपर्क कर सकते हैं.
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