फलों के राजा आम की खेती से किसान अच्छी कमाई करते हैं. आमतौर पर इसकी खेती से किसान साल में एक ही बार फल प्राप्त कर पाते हैं. लेकिन आज के समय में बाजार में ऐसी कई तरह की आम की उन्नत किस्में आ गई हैं, जिनसे किसान सालभर आम की बढ़िया पैदावार प्राप्त कर सकते हैं. दरअसल, हाल ही में अखिल भारतीय किसान मेले पंतनगर में आम की बारहमासी किस्म की प्रदर्शनी लगाई गई. बताया जा रहा है कि आम की यह किस्म साल में तीन बार आम की बंपर पैदावार देने में सक्षम है. जिस आम की हम बात कर रहे हैं, वह थाईलैंड प्रजाति का थाई बारहमासी मीठा आम है. इस किस्म की खासियत यह है कि थाई बारहमासी मीठा आम कम समय यानी की दो साल में ही फल मिलना शुरू हो जाता है.
वहीं, अगर हम थाईलैंड प्रजाति के इस आम की मिठास की बात करें, तो यह अन्य आमों के मुकाबले काफी मीठा है. आइए इस किस्म के बारे में विस्तार से जानते हैं-
दो साल में ही आम आना शुरू
थाईलैंड प्रजाति की थाई बारहमासी मीठा आम की यह किस्म अगर आप खेत में लगाते हैं और इसकी सही तरीके से देखभाल करते हैं, तो किसान इसे करीब दो साल में ही आम के फल प्राप्त कर सकते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि यह जल्दी आम देने की किस्म सेहत व मीठास के मामले में खराब होगी, तो बता दें कि यह सेहत और मीठा दोनों के मामले में ही अव्वल है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, आम की यह किस्म वायरस फ्री मानी गई है. इसके पेड़ में हर एक मौसम में किसी भी तरह के वायरस का कोई खास असर नहीं होता है. वहीं किसान आम की इस किस्म से पांच साल के बाद लगभग 50 किलो तक आम की फसल प्राप्त कर सकते हैं.
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यहां हो रही इस आम की खेती
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आम की यह थाईलैंड प्रजाति बांग्लादेश के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित की गई है. इस किस्म को अलग-अलग स्थानों विभिन्न नामों से भी जाना जाता है. कुछ राज्य में थाईलैंड प्रजाति किस्म को काटी मन के नाम से जाना जाता है. आम की थाईलैंड प्रजाति की खेती गुजरात, पंजाब महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश के किसानों के द्वारा सबसे अधिक की जाती है.
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