1. Home
  2. खेती-बाड़ी

वो फसलें जिनके उत्पादन से किसानों को होगा ज्यादा मुनाफा, जानें उन्नत विधि

देश के अलग-अलग हिस्सों में वहां के वातावरण और परिस्थितियों के अनुसार अलग-अलग फसलों की खेती की जाती है. जो व्यक्ति खेती करता है उस व्यक्ति के मन में एक सवाल जरूर आता है की सबसे अधिक कमाई वाली फसलें कौन-कौन सी हैं.

डॉ. अलका जैन
Mysterious Crops
Mysterious Crops

देश की अधिकतर आबादी आज भी जीविका के लिए खेती पर निर्भर है.  देश के अलग-अलग हिस्सों में वहां के वातावरण और परिस्थितियों के अनुसार अलग-अलग फसलों की खेती की जाती है. जो व्यक्ति खेती करता है उस व्यक्ति के मन में एक सवाल जरूर आता है की सबसे अधिक कमाई वाली फसलें कौन-कौन सी हैं. आज हम आपको ऐसी फसलों के बारे में बताएंगे- 

चंदन 

चंदन एक प्रकार का खुशबूदार पौधा होता है और इसकी  20 प्रजातियां हैं. चंदन का प्रयोग धार्मिक कार्यों, औषधि बनाने के लिए, खिलौने बनाने के लिए, परफ्यूम बनाने के लिए औऱ हवन सामग्री बनाने के लिए किया जाता है. चंदन की खेती सबसे ज्यादा गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र में होती है. इसी के साथ चंदन की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी पानी तापमान की आवश्यकता होती है. इस खेती के जरिए बहुत इस खेती को करने के लिए वन विभाग से लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता होती है.

तुलसी

यह औषधिय  पौधा होता है, आज इसकी बहुत मांग है.  यह बहुत ही फायदेमंद होता है. इसके लिए उष्णकटिबंधीय और कटिबंधीय दोनों ही तरह की जलवायु अच्छी रहती है. तुलसी की फसल जल्दी खराब नहीं होती है, बस इसे थोड़ी देखभाल की आवश्यकता होती है.

मशरूम 

आज के समय में मशरूम बहुत ही ज्यादा डिमांड में है. यह एक ऐसी फसल है जो अच्छा मुनाफा देती है. इसके उत्पादन के लिए आप विशेष प्रकार की ट्रेनिंग भी ले सकते हैं.

वनीला

वनीला की खेती के जरिए लाखों रुपए की कमाई हो सकती है. वनीला को मिठाई, परफ्यूम, आइसक्रीम आदि बहुत सारी चीजों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसकी  डिमांड आए दिन बढ़ रही है, और आने वाले समय में इसकी बढ़ोतरी हो सकती है. इसका बिजनेस करना बहुत ही ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है.

ईसबगोल 

यह खेती सबसे ज्यादा गुजरात, पंजाब, हरियाणा ,उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में की जाती है. यह एक औषधीय पौधा है. सरकार के द्वारा इस खेती के लिए सब्सिडी भी दी जाती है.

ये भी पढ़ें: Crop Protection: चूहों को बिना मारे खड़ी फसलों का इस तरह करें बचाव

एलोवेरा 

आज एलोवेरा का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवा के रूप में किया जाता है. एलोवेरा की डिमांड मार्केट में बहुत ही अधिक है.  रेतीली मिट्टी एलोवेरा की खेती के लिए बहुत ही उपयुक्त होती है . 

अश्वगंधा 

अश्वगंधा के फल, बीज और छाल का प्रयोग करके अनेक प्रकार की दवाइयां बनाई जाती हैं. अश्वगंधा के बीज का अंकुरण 7 से 8 दिन में होता है. अश्वगंधा की डिमांड दिन प्रतिदिन मार्केट में बढ रही है. 

English Summary: Mysterious Crops: Know the crops whose production will give bumper profits to the farmers secretly Published on: 11 May 2022, 06:41 PM IST

Like this article?

Hey! I am डॉ. अलका जैन . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News