फलों और सब्जियों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कृषि वैज्ञानिक नित नए प्रयोग कर रहे हैं. एक तरफ उन्नत खेती के नए तरीके खोजे जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ फल-सब्जियों की नई किस्में ईजाद की जा रही है. नई किस्मों को ईजाद करने में कुछ प्रयोगधर्मी किसानों का भी सहयोग मिल रहा है. ऐसे ही मध्य प्रदेश के एक किसान ने बैंगन की नई किस्म विकसित की है. जिसे 'चंचल' नाम दिया गया है. तो आइये जानते हैं बैंगन की इस नई किस्म के बारे में -
अंधारवाड़ी के किसान ने किया तैयार
बैंगन की इस नई और उन्नत किस्म को मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के छोटे से गांव अंधारवाड़ी के शंकर राव चौहान और उनके भाई भगवतराव चौहान ने विकसित किया है. जिसे भारत सरकार ने बैंगन की विभिन्न किस्मों में शामिल कर लिया है. यह बुरहानपुर जिले की पहली किस्म है जिसे सरकार ने बैंगन की अन्य किस्मों की सूची में शामिल किया है. इस तरह एक छोटे गांव में विकसित की गई यह किस्म देश-विदेश जा सकेगी. राव भाइयों ने इस किस्म को विकसित करने में अपने खेत और नर्सरी में कई सालों तक प्रयोग किए. आखिरकार दोनों भाइयों की कई सालों की मेहनत रंग लाई.
अधिक पैदावार देगी
चौहान भाइयों की यह किस्म गोल बैंगन की है. जो बैंगन भरते के लिए बेहद उपयोगी है. देखने में इस किस्म का फल हल्का हरा और सफेद होता है. जो खाने में काफी स्वादिष्ट होती है. वहीं इससे उत्पादन क्षमता भी बढ़ती है. बता दें कि चौहान भाइयों द्वारा इससे पहले भी कई तरह के प्रयोग किए गए. इसके चलते उन्हें 'सर्वश्रेष्ठ कृषक' का पुरस्कार मिल चुका है.
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