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ककोड़ा की खेती ऐसे करोगे तो कम लागत में भी होगा ज्यादा मुनाफा!

अगर आप सब्जी की खेती करने की सोच रहे हैं तो ऐसे में ककोड़ा की खेती में हाथ अजमा सकते हैं जो आपको अच्छी कमाई करवा सकती है.

राशि श्रीवास्तव
ककोड़ा की मुनाफेमंद खेती
ककोड़ा की मुनाफेमंद खेती

ककोड़ा, जिसकी खेती देश के कुछ ही हिस्सों में होती है. लेकिन ऐसा माना जाता है कि ककोड़ा की खेती से कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है. अगर खेती का सही तरीका अजमाया जाए तो लाभ ही लाभ होना है. बता दें ककोड़ा की सब्जी स्वादिष्ट होने के साथ ही सेहत के लिए भी अच्छी होती है. इसलिए लोग ककोड़ा ज्यादा खाना भी पसंद करते हैं. ऐसे में बाजार में भी काफी डिमांड रहती है. इसकी खेती भी मुनाफेमंद है अगर आप भी ककोड़ा की खेती करना चाहते हैं तो ये तरीका अपनाएं

जलवायु और भूमि 

नर्म और गर्म जलवायु खेती के लिए बेहतर मानी जाती है. करीब 2500 मिली लीटर बारिश की जरूरत होती है. पौधों के लिए 20 से 30 डिग्री तापमान उपयुक्त रहता है. साथ ही ये भी माना जाता है कि ककोड़ा की खेती किसी भी प्रकार की भूमि में की जा सकती है. लेकिन खेती के लिए जैविक पदार्थों से युक्त रेतीली भूमि काफी उपयुक्त रहती है. खेती में इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि जल भराव वाली भूमि में खेती कभी नहीं करनी चाहिए और भूमि का पीएच मान करीब 7 होना चाहिए. 

खेती की तैयारी 

सबसे पहले खेत की जुताई कर पुरानी फसल के अवशेषों को नष्ट कर देना चाहिए. फिर खेत में पानी छोड़ देना चाहिए. पानी सूख जाने के बाद 2-3 तिरछी जुताई करके मिट्टी को भुरभुरा बना लें. फिर पाटा लगाकर खेत को समतल कर देना चाहिए. समतल खेत में पौध रोपाई के लिए गड्डे तैयार किए जाते हैं. 

ककोड़ा की बुवाई  

ककोड़ा की फसल से अच्छा उत्पादन हासिल करने के लिए खेत में पौधों की संख्या पर्याप्त होना जरूरी है. इस फसल की बुवाई अच्छी तरह से तैयार खेत में क्यारी बनाकर और गड्ढ़ों में की जाती है. गड्ढों की आपस में दूरी 2X2 मीटर रखनी चाहिए. और प्रत्येक गड्ढे में 2 से 3 बीज की बुवाई करना चाहिए. और इस प्रकार 4X4 मीटर के प्लाट  में कुल 9 गड्ढे बनते हैं. जिसमें बीच वाले गड्ढे में नर पौधा रखते हैं और बाकी 8 गड्ढों में मादा पौधों को रखते हैं. साथ ही बुवाई के वक्त यह भी ध्यान रखना चाहिए कि एक गड्ढे में एक ही पौधा रखा हो.  

ककोड़ा की खेती में सिंचाई  

ककोड़ा की फसल में बुवाई के तत्काल बाद ही खेत में हल्की सिंचाई करनी चाहिए. यदि बारिश हो रही है तो सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है. लेकिन खेत में जरूरत से अधिक पानी जमा नहीं होने देना चाहिए. इसके लिए खेत में जल निकास की उचित व्यवस्था करनी चाहिए. तभी कहा जाता है कि ऐसे खेत में ही खेती करें जहां उचित जल निकाली की व्यवस्था हो.

ये भी पढ़ें :ककोड़ा की खेती कैसे करें? यहां जानिए उन्नत किस्में और बुवाई का तरीका

ककोड़ा का बाजार भाव

खेती के बाद अब ककोड़ा के बाजार भाव की भी बात कर लेते हैं, वर्तमान समय में जब ककोड़ा का फल बाजार में आता है तो उसका भाव लगभग 90 से 100 रुपए तक प्रति किग्रा तक होता है. किसान इसकी खेती करके अतिरिक्त आय हासिल कर सकते हैं. ककोड़ा का उपयोग सब्जी के रूप में तो किया जाता है. इसके अलावा इसका अचार भी बनाया जाता है. उपयोगी ज्यादा होने की वजह से बाजार में भी आसानी से बिक जाता है.

English Summary: If you cultivate cucumber like this, then there will be more profit in less cost! Published on: 24 December 2022, 12:09 PM IST

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