धान की खेती पूरे भारत में होती है. भारत में चावल लोगों का मुख्य आहार है. चावल को लोग उबालकर, खिचड़ी बनाकर और आटे के रूप में उपयोग करते हैं. चीन के बाद भारत धान का सबसे बड़ा उत्पादक देश है. धान की फसल खरीफ के मौसम में उगाई जाती है.
चावल की फसल को पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. इस कारण इसकी खेती के लिए अधिक जल धारण क्षमता वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है. यह ज्यादा तापमान को भी सहन नहीं कर पाती है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे अपने घर के बगीचे में भी धान की खेती कर सकते हैं.
ऐसे लगाएं धान
घर के बगीचे में धान लगाने के लिए सबसे पहले जमीन में क्यारियां बनाएं. आप इस क्यारियों को ईंटों की मदद से भी बना सकते हैं. ईंटों की क्यारियां बनाने के लिए आप अपनी जरूरत के हिसाब से ईंटें और कोई प्लास्टिक की शीट ले लें. ईंटों की आयताकार क्यारी बनाएं और इसमें प्लास्टिक शीट बिछा दें. इसके बाद क्यारी में मिट्टी भरकर धान के बीजों को लगा सकते हैं.
बीजों की बुआई
धान की फसल में सबसे पहले बीजों से पौधे तैयार किए जाते हैं. इसके लिए आप कोकोपीट का इस्तेमाल कर सकते हैं. किसी भी कंटेनर में कोकोपीट भरकर आप उसमें धान के बीज लगाएं और ऊपर से पानी स्प्रे करें. लगभग 15-20 दिनों में धान के पौधे तैयार हो जाएंगे. आप कोशिश करें कि बारिश के मौसम में ही धान लगाएं, जिससे बीजों को अच्छी मात्रा में पानी मिल सके और मार्च-अप्रैल के गर्म महीने इसकी खेती बिल्कुल ही ना करें. पौधे जब तैयार हो जाए तो इन्हे क्यारियों या गमलों में लगाना शुरु कर दें.
रोपाई
सबसे पहले आप मिट्टी को अच्छी तरह से तैयार करें. इसमें बराबर मात्रा में जैविक खाद या केंचुआ खाद मिला लें. अब आप दो से तीन इंच की दूरी पर पौधों को लगाना शुरु कर दें और ऊपर से पानी दें और ध्यान रखें कि शुरु में आपको पानी ज्यादा नहीं देना है ताकि यह पौधों आसानी से स्थिर रहें.
लगभग दो से तीन हफ्तों में पौधे बढ़ने लगेंगे और तब आप पौधों को खाद देना शुरू कर दें. हर 15 से 20 दिन में आप पानी के साथ पौधों को तरल खाद दे सकते हैं. आप नीम के बीजों और पत्तियों की मदद से तरल खाद बना सकते हैं. यह तरल खाद पौधों को कीट से सुरक्षा प्रदान करेगा.
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