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Top Mustard Varieties: सरसों की इन उन्नत किस्मों से किसानों को मिलेगा डबल मुनाफा

अगर आप सरसों की खेती से डबल मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो सरसों की यह 5 उन्नत किस्मों की बुवाई करें, जो आपके लिए बेहद लाभकारी साबित होंगी.

लोकेश निरवाल
सरसों की फसल
सरसों की फसल

रबी सीजन में उगाई जाने वाली सरसों सबसे प्रमुख फसलों में से एक है. बता दें कि यह एक तिलहनी फसल हैजिसके लिए सीमित सिंचाई की आवश्यकता होती है. इसी कारण से देश के किसान भाई सरसों की फसल सरलता से कर लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सरसों की फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए अच्छे बीजों की जरूरत पड़ती है. तो आइए आज हम इस लेख में सरसों की उन्नत किस्मों (improved varieties of mustard) के बारे में विस्तार से जानते हैं, जो आपको डबल मुनाफा कमाकर देंगी.

इस लेख में हम सरसों की इन 5 किस्मों के बारे में जानेंगे.

  1. पूसा सरसों आर एच 30 (Pusa Mustard RH 30)

  2. राज विजय सरसों-2 (Raj Vijay Mustard-2)

  3. पूसा सरसों 27 (Pusa Mustard 27)

  4. पूसा बोल्ड (Pusa Bold)

  5. पूसा डबल जीरो सरसों 31 (Pusa Double Zero Mustard 31) 

पूसा सरसों आर एच 30

सरसों की यह किस्म हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी राजस्थान के किसान भाइयों के लिए बेहद लाभकारी है. इस किस्म की फसल करीब 130 से 135 दिनों में अच्छे से पककर तैयार हो जाती है. अगर आप पूसा सरसों आर एच 30 की बुवाई अपने खेत में करना चाहते हैं, तो आप इसकी बुवाई 15-20 अक्टूबर से शुरू कर दें. 

राज विजय सरसों-2 

सरसों की यह किस्म 120-130 दिनों में तैयार हो जाती है. राज विजय सरसों-2 मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए उपयुक्त है. बता दें कि किसान इसकी फसल से 20-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार प्राप्त कर सकते हैं. एक सर्वे से पता चला है कि इसमें तेल की मात्रा 37 से 40 प्रतिशत तक पाई जाती है.

पूसा सरसों 27

पूसा सरसों 27 किस्म को दिल्ली के भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र, पूसा में तैयार किया गया है. इस किस्म की फसल खेत में 125-140 दिनों में अच्छे से तैयार हो जाती है और वहीं इसकी उत्पादन क्षमता 14 से 16 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक है.

पूसा बोल्ड

इस किस्म को देश के कई राज्यों में उगाया जाता है, लेकिन सबसे अधिक राजस्थान, गुजरात, दिल्ली और महाराष्ट्र के किसान सरसों की पूसा बोल्ड किस्म की बुवाई ज्यादा करते हैं. अगर हम इसमें तेल की मात्रा को देखें तो इसकी फसल से 42 प्रतिशत तक तेल प्राप्त किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें: Hybrid vs Open Pollinated Seeds: हाइब्रिड और ओपन पोलिनेटेड बीज में क्या विशेष अंतर, जो ज्यादातर लोग नहीं जानते

पूसा डबल जीरो सरसों 31

सरसों की यह किस्म 135-140 दिनों में तैयार हो जाती है. इसे किसान भाई करीब 22-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं. देखा जाए तो इसे तेल की मात्रा 41 प्रतिशत तक मिलती है.

English Summary: Farmers will get double profits from these 5 improved varieties of mustard Published on: 10 October 2022, 02:04 PM IST

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