उन्नत तरीके से खेती करने के लिए किसानों के पास ये जानकारी होनी बेहद जरुरी है कि वो किस माह में कौन - सा कृषि कार्य करें. क्योंकि, मौसम फसलों को बहुत प्रभावित करता है. इसलिए तो रबी, खरीफ और जायद तीनों ही सीजन में अलग- अलग फसलों की खेती की जाती है ताकि फसल की अच्छी पैदावार ली जा सकें. ऐसे में आइये जानते है कि नवंबर माह में किसान कौन -सा कृषि कार्य करें-
गेहूं
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धान की कटाई के बाद गेहूं के लिए खेत की तैयारी तत्काल कर लें. देख लें कि मिट्टी भुरभुरी हो जाये और ढेले न रहने पायें..
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प्रमाणित और शोधित बीज ही बोयें.
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यदि बीज शोधित न हो तो प्रति किलोग्राम बीज को 2.5 ग्राम अनुशंसित कीटनाशक से शोधित कर लें.
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खाद और बीज एक साथ डालने के लिए फर्टी-सीड ड्रिल का प्रयोग करना अच्छा होगा.
राई
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बुवाई के 15-20 दिन के बाद घने पौधों की छटनी करके पौधों की आपसी दूरी 15 सेमी कर लें.
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बुवाई के 5 सप्ताह के बाद पहली सिंचाई और फिर ओट आने पर प्रति हेक्टेयर 75 किग्रा नाइट्रोजन का छिड़काव करें.
चना
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बुवाई के 30-35 दिन के बाद निराई-गुड़ाई कर लें.
मटर
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मटर में बुवाई के 20 दिन के निराई कर लें.
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बुवाई के 40-45 दिन बाद पहली सिंचाई करें. फिर 6-7 दिन बाद ओट आने पर हल्की गुड़ाई भी कर दें.
मसूर
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बुवाई के लिए 15 नवंबर तक का समय अच्छा है.
शीतकालीन मक्का
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सिंचार्इ की सुनिश्चित व्यवस्था होने पर रबी मक्का की बुवाई माह के मध्य तक पूरी कर लें.
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बुवाई के लगभग 25-30 दिन बाद पहली सिंचाई कर दें.
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पौधों के लगभग घुटने तक की ऊँचार्इ के होने या बुवाई के लगभग 30-35 दिन बाद प्रति हेक्टेयर 87 किग्रा यूरिया की टाप ड्रेसिंग कर दें.
शरदकालीन गन्ना
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बुवाई के 3-4 सप्ताह बाद निराई-गुड़ाई कर लें.
बरसीम
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बुवाई के बाद 2-3 सिंचार्इ एक-एक हफ्ते पर और फिर आवश्यकतानुसार हर 20-25 दिन पर करते रहें.
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बुवाई के 45 दिनों के बाद पहली कटार्इ करें.
जई
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नवंबर का पूरा महीना चारे हेतु जई बोने के लिए अच्छा है.
सब्जियों की खेती
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आलू की कुफरी बहार, कुफरी बादशाह, कुफरी अशोका, कुफरी सतलज, कुफरी आनन्द तथा लाल छिलके वाली कुफरी सिन्दूरी और कुफरी लालिमा मुख्य प्रजातियाँ हैं.
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आलू की बुवाई यदि अक्टूबर में न हो पायी हो तो अब जल्दी पूरी कर लें.
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टमाटर की बसन्त/ग्रीष्म ऋतु की फसल के लिए पौधशाला में बीज की बुवाई कर दें.
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प्याज की रबी फसल के लिए पौधशाला में बीज की बुवाई करें.
बागवानी कार्य
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आम एवं अन्य फलों के बाग में जुताई करके खरपतवार नष्ट कर दें.
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केले में पर्ण धब्बा एवं सड़न रोग से छुटकारा पाने के लिए अनुशंसित कीटनाशक का छिड़काव करें.
पुष्प व सगन्ध पौधे
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देशी गुलाब की कलम काटकर अगले वर्ष के स्टाक हेतु क्यारियों में लगा दें.
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ग्लेडियोलस में स्थानीय मौसम के अनुसार सप्ताह में एक या दो बार सिंचाई करें.
मुर्गीपालन
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लेयर फीड और सीप का चूरा दें.
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