किसानों भाईयों की सबसे बड़ी परेशानी आज के समय में उनके द्वारा उगाई गई सब्जियों को लंबे समय तक सुरक्षित रखना है. इसके लिए किसान अपने खेत व गोदाम में कई तरह के नई-नई तरीकों को अपनाते रहते हैं. लेकिन फिर भी कई किसान भाइयों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है.
किसानों की इस समस्या को रोकने के लिए पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) ने भारतीय खेती-बाड़ी खोज परिषद एवं नई दिल्ली के सहयोग से फल व सब्जियों को सुरक्षित रखने के लिए एक बेहतरीन और नई तकनीक का ऐसा कूल चैंबर तैयार किया है जिसमें किसान अपनी सब्जियों व फलों को सुरक्षित रख सकेंगे.
आपको बता दें कि यह कूल चैंबर बेहद कम लागत के साथ तैयार किया गया है. इसमें आप अपने खेतों की सब्जियों को कम से कम 2 महीनों तक आराम से रख सकते हैं.
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इस नए तरीके की सबसे अहम बात यह है कि इसमें किसी भी तरह की कोई भारी लागत लगाने की किसानों को जरूरत नहीं होती है ना ही इस कूलर चैंबर में बिजली की आवश्यकता होती है. इसके लिए बस किसानों को अपने खेत या घर के पास स्थानीय सामग्री का ही इस्तेमाल करना होता है.
इस विषय में वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका लाभ छोटे किसानों यानी की कम स्तर पर फल-सब्जियों का उत्पादन करने वालों को भी होगा.
चैंबर तैयार करने में लागत (Chamber preparation cost)
इस बेहतरीन तकनीक के कूलर चैंबर को तैयार करने के लिए बस आपको अपने खेत या घर में उपलब्ध घास-फूस, पत्ते, बांस, रेत और ईंटों का उपयोग करना होगा. देखा जाएं तो इस कूल चैंबर को तैयार करने के लिए किसान भाई को कम से कम 4 हजार रुपए तक का खर्चा होगा. जोकि किसानों के लिए बेहद किफायती है. अगर आप इसे अच्छे तरीके से तैयार करना चाहते हैं, तो आप इसे तैयार करने की ट्रेनिंग पीएयू व कृषि विज्ञान केंद्रों से मुफ्त में लें सकते हैं.
ऐसे करता है काम (Works like this)
एक बार इस चैंबर को तैयार करने के बाद रेत, ईंट व इसके ढक्कन को पानी के साथ गीला रखने की आवश्यकता होती है. इसमें उचित तापमान बनाए रखने के लिए दिन में कम से कम दो बार पानी देना चाहिए.
इस चैंबर कूलर में सब्जियों व फलों की ऊपरी सतह को मुरझाने से रोकता है. इस तरीके से फसलों की गुणवत्ता को लंबे समय तक बनाए रखना आसान हो जाता है और फिर बाद में किसान बाजार में इस फल और सब्जियों को बाजार में बेचकर एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
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