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स्वराज ट्रैक्टेर्स ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अपनी फार्म मेकेनाइजेशन उपस्थिति की मजबूत

स्व राज ट्रैक्टीर्स, जो 19.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाले महिंद्रा ग्रुप का एक हिस्साव है और घरेलू ट्रैक्ट र बाजार में तेजी से बढ़ते हुए ब्रांड्स में से एक है, ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अपनी उपस्थिति को मजबूत बनाते हुए यांत्रिक तरीके से धान की खेती के लिए श्रृंखलाबद्ध पहलें की है.

विवेक कुमार राय
Swaraj Tractors
Swaraj Tractors

स्‍वराज ट्रैक्‍टर्स, जो 19.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाले महिंद्रा ग्रुप का एक हिस्‍सा है और घरेलू ट्रैक्‍टर बाजार में तेजी से बढ़ते हुए ब्रांड्स में से एक है, ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अपनी उपस्थिति को मजबूत बनाते हुए यांत्रिक तरीके से धान की खेती के लिए श्रृंखलाबद्ध पहलें की है.

दोनों ही बाजारों की सबसे बड़ी ट्रैक्‍टर कंपनियों में से एक होने के नाते और इस क्षेत्र की प्रमुख खरीफ फसलों में से एक धान होने के चलते, स्‍वराज ने हाल ही में नया स्‍वराज 742XT ट्रैक्‍टर लॉन्‍च किया. धान की यांत्रिक खेती के लिए विशेष रूप से तैयार किये गये, नये 45 हॉर्सपावर (33.55 किलोवाट) ट्रैक्‍टर ने पडलिंग ऑपरेशंस में अपने प्रदर्शन एवं किफायती ईंधन खपत की दृष्टि से सफलता हासिल की.

स्‍वराज ने बड़े खेतों से लेकर छोटे जोतों तक के लिए फार्म मशीनरी की रेंज भी लॉन्‍च की है और गीले धान से लेकर सूखे अनाज तक के लिए हार्वेस्टिंग समाधान उपलब्‍ध कराता है ताकि पैदावार बढ़ सके और अनाज का नुकसान घट सके. कंपनी द्वारा 4-व्‍हील ड्राइव ट्रैक्‍टर्स और कम एचपी वाले ट्रैक्‍टर्स सहित उच्‍च एचपी रेंज में और नये ट्रैक्‍टर्स लाये जायेंगे, ताकि छोटे किसानों को उनके पडलिंग ऑपरेशंस में मदद मिल सके.

इस प्रगति के बारे में बताते हुए, स्‍वराज डिविजन के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी, हरीश चह्वाण ने कहा, ''धान, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की मुख्‍य फसल है, इसलिए स्‍वराज ब्रांड चाहता है कि धान के किसानों को श्रृंखलाबद्ध समाधान उपलब्‍ध कराकर इस क्षेत्र के इस बेहद दमदार ब्रांड को और अधिक मजबूत बनाए. इस क्षेत्र में धान की फसल के यंत्रीकरण की भारी संभावना मौजूद है जिससे इन राज्‍यों के धान की पैदावार एवं उत्‍पादन में यहां के किसान और भी अधिक योगदान दे सकेंगे. हम लगातार ऐसे समाधानों व उत्‍पादों को लॉन्‍च करते रहेंगे जिन्‍हें विशेष तौर पर धान की खेती के लिए विकसित किया गया है.'' चूंकि धान की खेती का परंपरागत तरीका श्रम-साध्‍य, अधिक समय लेने वाला और कम लाभदायक है, इसलिए दोनों ही राज्‍यों में लगातार यांत्रिक स्रोत, मानव श्रम का स्‍थान ले रहे हैं. पिछले पांच वर्षों में ट्रैक्‍टर्स की दोगुनी बिक्री, संबंधित राज्य सरकारों से सहायता और अन्‍य अनुकूल स्थितियों के चलते धान की पैदावार बढ़ी है. ग्राहकों को और अधिक सहायता प्रदान करने हेतु, स्‍वराज अपने समर्पित कॉल सेंटर और मेरा स्‍वराज ऐप्‍प के जरिए 24X7 ग्राहक सहायता भी प्रदान करता है, ताकि सर्विस, स्‍पेयर पार्ट्स एवं वारंटी से जुड़ी समस्‍याएं हल की जा सकें. कंपनी ने दोनों ही राज्‍यों में स्‍वराज डीलर्स और सर्विस टीमों के जरिए नयी डोर-स्‍टेप सर्विस पहल भी शुरू की है.

ग्राहक से जुड़ने के लिए, कंपनी ने हाल ही में नया ब्रांड कैंपेन 'जोश का राज़ मेरा स्‍वराज' लॉन्‍च किया. नये 'जोश का राज़ मेरा स्‍वराज' में इसके शेयरधारकों के जुनून को दर्शाया गया है जो ब्रांड की सफलता और बेहतरीन प्रदर्शन करने की इसकी क्षमता की कुंजी है. 'जोश' के बारे में विस्‍तार से जानकारी देने के लिए, नये स्‍वराज ट्रैक्‍टर का मैनिफेस्‍टो भी इस अभियान के साथ जारी किया गया. इस मैनिफेस्‍टो में हर नयी चुनौती स्‍वीकार करने की इसके शेयरधारकों के जज्‍बे को बताया गया है और यह दिखाया गया है कि किस तरह से उनका यह जज्‍बा स्‍वराज इंजीनियर्स को दमदार, मजबूत एवं भरोसेमंद ट्रैक्‍टर्स डिजाइन करने के लिए प्रेरित करता है.

English Summary: Swaraj Tractors strengthens its Farm Mechanization presence in Andhra Pradesh & Telangana Published on: 10 March 2021, 05:29 PM IST

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