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महिंद्रा TRRINGO के साथ जुड़कर साथ दीजिए उन किसान भाइयों का जो कृषि उपकरणों से वंचित है..

भारत सरकार द्वारा जारी आकड़ों के मुताबिक देश में लगभग 80 प्रतिशत से ज्यादा किसान छोटे किसान हैं यानी इनके पास 5 एकड़ से भी कम जमीन है। इनमें से बहुत बड़ी संख्या ऐसे किसानों की है जिनके पास ना तो खुद का ट्रैक्टर हैं और ना ही वो खेती की महंगी मशीनों को खरीद सकते हैं। खेती के लिए छोटे किसानों को ये सभी मशीनें अपने आसपास के बड़े किसानों से या तो किराए पर लेनी पड़ती हैं या फिर वो इनके बिना ही जैसे तैसे जुगाड़ सिस्टम से खेती करते हैं।

 

भारत सरकार द्वारा जारी आकड़ों के मुताबिक देश में लगभग 80  प्रतिशत से ज्यादा किसान छोटे किसान हैं यानी इनके पास 5 एकड़ से भी कम जमीन है। इनमें से बहुत बड़ी संख्या ऐसे किसानों की है जिनके पास ना तो खुद का ट्रैक्टर हैं और ना ही वो खेती की महंगी मशीनों को खरीद सकते हैं। खेती के लिए छोटे किसानों को ये सभी मशीनें अपने आसपास के बड़े किसानों से या तो किराए पर लेनी पड़ती हैं या फिर वो इनके बिना ही जैसे तैसे जुगाड़ सिस्टम से खेती करते हैं। किसानों की इसी परेशानी को महेंद्रा एंड महेंद्रा कंपनी ने समझा और TRRINGO लांच किया.

आइए जानते है कि ट्रिंगो  क्या है :

ट्रैक्टर बनाने वाली बड़ी कंपनियों में शुमार महेंद्रा एंड महेंद्रा कंपनी ने ट्रिंगो नाम से एक नई कंपनी लांच की । इसके टोल फ्री नंबर 18002662668 पर किसान फोन करके खेती के लिए ट्रैक्टर, कल्टीवेटर और खेती की बाकी महंगी मशीनों को बुक कराकर किराए पर ले सकते हैं। ये भारतीय खेती की दुनिया में एक क्रांतिकारी शुरुआत है, जिसे बड़ी ही खामोशी के साथ महेंद्रा कंपनी ने शुरु किया था लेकिन वर्तमान में इसका स्तर बहुत बड़ा हो चुका है.

ट्रिंगो  से बुकिंग का तरीका क्या है :

ट्रिंगो की सेवा लेने के लिए किसान 3 तरह से बुकिंग करवा सकते हैं। टोल फ्री नंबर पर कॉल करके, नजदीकी हब यानी सेंटर में जाकर और मोबाइल एप के जरीए। टोल फ्री नंबर पर किसान अपने राज्य की भाषा में बात कर सकते हैं.

क्या बुकिंग के लिए एडवांस देना होगा :

अच्छी बात ये है कि बुकिंग के लिए किसान को कोई एडवांस नहीं देना होगा। खेत पर मशीन द्वारा काम पूरा होने के बाद ही किसान को पैसे देने होंगे।

किसान जैसे ही कॉल सेंटर पर कॉल करके बुकिंग करवाएगा, तुरंत किसान के मोबाइल पर बुकिंग की सूचना आ जाएगी। मशीन या ट्रैक्टर लेकर आने वाला ड्राइवर आने से पहले किसान को फोन करके दोबारा बुकिंग को कन्फर्म करेगा। अगर किसान चाहे तो उसी समय फोन पर ही बुकिंग कैंसिल कर सकता है। बुकिंग कैंसिल होने पर कोई फीस या पेनल्टी भी नहीं देनी होगी।

मशीनों का किराया क्या होगा :

हर मशीन का घंटे के हिसाब से हर राज्य और शहर में अलग अलग रेट है, जिसकी पूरी जानकारी ट्रिंगो के कॉल सेंटर में फोन करके ली जा सकती है।

ट्रिंगो के COO अरविंद कुमार के मुताबिक कंपनी ने मशीनों और ट्रैक्टर के रेट्स को बाजार के भाव के हिसाब से रखा है, ताकि किसानों को ये सेवा महंगी ना लगे। जिस शहर में जो रेट है उसी के आसपास का रेट ट्रिंगो का है।

ट्रिंगो से किसान कमाई कैसे कर सकते हैं :

ट्रिंगो कंपनी का बिजनस मॉडल फ्रेंचाइजी है यानी गांव-देहात में किसानो को ट्रिंगो के हब (सर्विस सेंटर या स्टोर) खोलने के अधिकार दिए जा रहे हैं।

राजस्थान किसान के लिए फ्रेंचाइजी का अवसर :

राजस्थान सरकार के साथ कंपनी ने एक समझौते पर हस्ताक्षर करके अपनी यात्रा शुरू कर दी है। गंगानगर जिला, चित्तौडगढ, झुंझुनू, हनुमानगढ़, प्रतापगढ़, नागौर, बीकानेर, राजसमन्द, सीकर आदि जिलों के किसान फ्रेंचाइजी की लिए नीचे दिए नंबर पर संपर्क कर सकतें है :

संपर्क करें :

सतीश टाक : 9573024365

राहुल गोयल : 8199980545

गुजरात किसान के लिए फ्रेंचाइजी का अवसर :

गुजरात किसान फ्रेंचाइजी की लिए नीचे दिए नंबर पर संपर्क कर सकतें है.

संपर्क करें :  8454948893, 7229030300

 

 

 

 

English Summary: Join Mahindra TRRINGO and join together the farming brothers who are deprived of agricultural equipment. Published on: 05 October 2017, 05:17 AM IST

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