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बायोट्रेंड्स जैविक खेती के सहारे निरंतर खेती और भोजन सुनिश्चित करता है

बायोट्रेंड्स एक ग्रीन टेक्नोलॉजी समर्पित कंपनी है जिसके उत्पाद पूर्णतः पौध उत्सर्जित है. बायोट्रेंड्स आधुनिक कृषि की उत्पादकता और स्थिरता में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है.

विवेक कुमार राय

बायोट्रेंड्स एक ग्रीन टेक्नोलॉजी समर्पित कंपनी है जिसके उत्पाद पूर्णतः पौध उत्सर्जित है। बायोट्रेंड्स आधुनिक कृषि की उत्पादकता और स्थिरता में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। बायोट्रेंड्स की SmartGenX तकनीक पर आधारित उत्पाद किसानों को फसल की उत्पादकता बढ़ाने, पारंपरिक उर्वरक की बेहतर दक्षता और कम पर्यावरणीय नुकसान प्रदान करके लाभदायक कृषि बनाने में मदद करते हैं। SmartGenX तकनीक द्वारा विकसित उत्पाद मिट्टी आधारित माइक्रोबियल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करके, विकास चक्र में प्रमुख बिंदुओं पर फसल विकास को प्रोत्साहित करते हैं, और बीमारियों के प्रति पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर लाभ प्रदान करते हैं। विभिन्न प्रकार की फसल श्रेणियों के समाधान के साथ, SmartGenX उत्पादों ने विभिन्न स्थानों में किए गए परीक्षणों के परिणामस्वरूप कृषि में इनका बहुमूल्य महत्व साबित किया है।

बायोट्रेंड्स अब विकसित जैविक खेती और जैविक कीटनाशक में भारी निवेश कर रहा है और जल्द ही बीज उपचार, प्री- और पोस्ट-हार्वेस्ट प्रौद्योगिकी के लिए अनुकूल उत्पादों को उपलब्ध कराएगा । हमारे उत्पाद वनस्पति आधारित एकस्व तकनीक (एलो वेरा) पर आधारित है, जो किसी भी ऊष्मा उत्सर्जित  प्रतिक्रियाओं का उपयोग नहीं करती है, और व्यावहारिक रूप से किसी भी प्रक्रिया में कार्बन का उत्सर्जन नहीं होता है, जिसे कृषि के स्थायी अस्तित्व का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

बायोट्रेंड्स एक बायोटेक्नोलॉजिकल कंपनी है, जो एक ग्लोबल स्टार्ट-अप है, जिसके संचालन की शुरुआत दुनिया भर के लगभग 4 देशों में की गई है। बायोट्रेंड्स दुनिया भर में और विशेष रूप से पूर्वी यूरोप और एशिया प्रशांत क्षेत्र में विस्तार के एक सक्रिय चरण में हैं। एक कंपनी के रूप में बायोट्रेंड्स वनस्पति-आधारित तकनीक से निर्मित उत्पादों में विश्वास करता है। इसलिए, हम आज की चुनौतियों से प्रेरणा लेकर कल के लिए समाधान उपलब्ध कराते हैं। हम जटिल किण्वन तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। हमारे पास नवीन उत्पाद हैं, और हम विज्ञान आधारित प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हैं और इसलिए एक कंपनी के रूप में, हम बेहतर जीवन और पर्यावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

यूएन के अनुसार, जैसा कि Reuters द्वारा रिपोर्ट किया गया था अमेरिकी वैज्ञानिकों ने 5 दिसंबर, 2014 को कहा था कि, हमारे पास इस दुनिया में कृषि के केवल 60 वर्ष बचे हैं। यदि परिस्तिथियाँ  वर्तमान की तरह ही बनी रहती है तो कृषि के लिए उपयोग की जाने वाली भूमि का 2/3 हिस्सा अब 2050 तक कृषि योग्य नहीं होगा, जिसका कृषि उत्पादकता पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। हाल के अनुमानों का दावा है, 2050 तक वैश्विक आबादी लगभग 10 बिलियन लोगों तक बढ़ने की उम्मीद है, और इस अवधि के दौरान वैश्विक खाद्य मांग 56 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी।

इसलिए, हमारे पास खेती के लिए उपयुक्त भूमि की भारी कमी है और अधिक लोगों तक भोजन उपलब्ध कराने की चुनौती है, जो खाद्य उत्पादन की दिशा में एक बहुत बड़े बदलाव के लिए विवश करती है। इसके अलावा, कोविड-19 की हालिया महामारी के बाद, फसलों की खेती करने के लिए सुरक्षित तरीकों की जरूरत है, बायोट्रेंड्स इसका समाधान प्रदान करता है क्योंकि यह सुरक्षित जैविक और वनस्पति आधारित उत्पाद हैं जो दीर्घोपयोगी कृषि में मदद करेंगे। वर्तमान कृषि विधियों और आदानों ने विश्व स्तर पर खाद्य उत्पादन और कृषि के संकट को बढ़ा दिया है। इससे वर्तमान कृषि के केवल 60 वर्षों की चुनौती पैदा हुई है इसका एकमात्र समाधान अधिक जैविक और हरित कृषि का उपयोग है, जो टिकाऊ है और मिट्टी की उर्वरता को दुष्प्रभावित किए बिना बढ़ती आबादी को खिलाने की क्षमता रखेगा।

प्लांट-आधारित ऑर्गेनिक कृषि एकमात्र एक ऐसा विकल्प है, जो कृषि की दीर्घोपयोगिता में मदद करेगा, कार्बन को कम करेगा, और किसानों को सुरक्षित भोजन प्रदान करने में सक्षम करेगा। हमें यह महसूस करने की जरूरत है कि जैविक खेती आधुनिक कृषि का भविष्य हैं। जैविक, जैव उर्वरक मिट्टी की पुनःस्थिति को प्राप्त करने की क्षमता रखते हैं। ये मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करता है और इस तरह कृषि को दीर्घोपयोगी बनाने में योगदान देते हैं। विश्व में जैविक कृषि का एक महान भविष्य है। तालमेल तब होता है जब परंपरागत कृषि में जैविक का विवेकपूर्ण रूप से उपयोग किया जाता है। यह परंपरागत कृषि में शामिल है और इसे स्टैंड-अलोन के रूप में नहीं माना जाना चाहिए।

जैविक कृषि की अवधारणा भारत में शुरुआती दौर से है। इसलिए, जबकि हमारे पास भारतीय बाजारों में पहला-बड़ा फायदा है, एक बड़ी चुनौती जो बायोट्रेंड्स के सामने है, वह है अवधारणा को बढ़ावा देना, लाभों को स्थापित करना और एक बड़ा बदलाव लाना, जिसकी हमें सख्त आवश्यकता है, इससे पहले कि हमें बहुत देर हो जाएं। इसलिए, हमें ग्रामीण भारत के जमीनी स्तर पर अवधारणा को बढ़ावा देने के लिए फुट-ऑन-स्ट्रीट (अधिक रोजगार सृजन) के रूप में अधिक खर्च की आवश्यकता होगी। हम बायोट्रेंड्स में महसूस करते हैं कि अवधारणा का विकास प्रमुख चुनौती होगी, लेकिन जोखिम नहीं, जैसा कि टीम कर सकती है और पहले कर चुकी है।

कृषि हर किसी के लिए लाभकारी है, जिसके पास भूख है, उसे खाने की जरूरत है। जैविक कृषि के लिए यह कहीं अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम में से प्रत्येक को जरूरत पीने के लिए साफ पानी की और खाने के लिए ताजा, स्वस्थ, और बिना पके फल, सब्जी और अनाज की। इसलिए, प्राथमिक लाभार्थी को सीधे पता लगाना मुश्किल है। बायोट्रेंड्स में हमें लगता है कि किसान हमारे उत्पादों के मुख्य लाभार्थियों में से एक है। अब उसके पास सुरक्षित कृषि उपयोग करने के लिए सुरक्षित कृषि उत्पाद है, इसलिए उसके पास उपजाऊ मिट्टी है और निश्चित रूप से किसी भी प्रदूषण में योगदान नहीं करता है। अपने उपभोक्ताओं को स्वच्छ और सुरक्षित उत्पाद प्रदान करने का विकल्प है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अब उसके पास अपने बच्चों और नाती-पोतों के लिए उपजाऊ भूमि सौंपकर जाने का विकल्प है, जो भूमि विरासत में मिली होगी। अगला प्रमुख लाभार्थी उपभोक्ता होगा, जिसके पास जैविक खाद्य पदार्थों की सप्लाई नहीं होगी, जो कि रसायनों और अवशेषों से मुक्त है, व एक स्वस्थ जीवन में योगदान देता है।

हम सभी को भोजन चाहिए। हम सभी को जीवित रहने के लिए खाने की जरूरत है। हमें स्वच्छ पानी और रसायनिक अवशेष मुक्त भोजन की आवश्यकता है, चाहे हम कोई भी हों,  एक डॉक्टर या एक वित्तीय क्षेत्र का व्यक्ति या बैंकर या एक आम नागरिक। स्वस्थ भोजन मनुष्य की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है। हमें अभी स्थायी कृषि की आवश्यकता है, अन्यथा 60 वर्षों के बाद कोई कृषि नहीं होगी। इसलिए, बायोट्रेंड्स उत्पादों में पहले भारत में, फिर विश्व स्तर पर सभी मनुष्यों के जीवन को बदलने की क्षमता है। हमें खाद्य सुरक्षा की आवश्यकता है, जिसे वर्तमान में विश्व स्तर पर चुनौती दी जा रही है। हमारे पास एक बढ़ती हुई आबादी है और कृषि के क्षेत्र में गिरावट हो रही है। बायोट्रेंड्स तकनीक कृषि के दीर्घोपयोगिता की दिशा में एक छोटा कदम है, जो संपूर्ण मानवता के लिए निरंतर खेती और भोजन सुनिश्चित करता है। इसके उत्पाद पर्यावरण और पीने के पानी के प्रदूषण को कम करने में भी योगदान देंगे, जो कि हमारी वर्तमान सरकार के अनुसार जैविक खेती पर केंद्रित है। यह क्रांति, जो भारत में शुरू होती है, जैसे-जैसे हम बढ़ेंगे, पूरे विश्वस्तर पर फैल जाएगी। सबसे महत्वपूर्ण पहलू जो एक संगठन को चलाता है वह है लोग। बायोट्रेंड्स में बेहद प्रतिभाशाली और प्रतिबद्ध टीम का एक समूह है, जो लगातार काम करते हैं और बेहतर कल के कारण के लिए समर्पित हैं।

English Summary: Biotrends ensure continuous farming and food with the help of organic farming Published on: 18 June 2020, 08:28 PM IST

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