सरकार ने मिलों द्वारा चीनी की सेल पर मासिक स्टॉक लिमिट लगाने का फैसला किया है। यह कदम सरकार ने चीनी की कीमतों में स्थिरता लाने के लिए किया है जिससे किसी बड़ी गिरावट की संभावना कम हो जाती है। यही नहीं बाजार में चीनी की ओवर सप्लाई पर रोक लगेगी वहीं चीनी की कीमतें स्थिर रहेंगी। सूत्रों की मानें तो आने वाले एक सप्ताह में इस तरह का नोटिफिकेशन जारी हो सकता है।
दामों में 15 प्रतिशत कमी
इस वर्ष अधिक उत्पादन की उम्मीद की वजह से अक्टूबर में चीनी सीजन की शुरूआत से अब तक चीनी की कीमतें 15 प्रतिशत तक कम हो गई हैं। स्टॉक लिमिट लगाने के पीछे सरकार की मंशा यह है कि चीनी की कीमतें और नीचे न जाएं। अक्टूबर-सितंबर (2017-2018) में 2.7 करोड़ टन चीनी का उत्पादन अनुमानित है। इंडिया शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने भी इस सीजन में उत्पादन के अपने अनुमान को 10 लाख टन बढ़ाकर 2.61 करोड़ टन कर दिया है। हालांकि सरकार ने 2.49 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान जताया है। ज्ञात रहे कि पिछले साल चीनी उत्पादन पिछले 7 सालों में सबसे कम 2.02 करोड़ टन रहा था।
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