मानसून के भारत के कई हिस्सों से विदा होने के बावजूद दिल्ली, उत्तराखंड और केरल में बीते कुछ दिनों में भारी वर्षा हुई है. वहीं, भारतीय मौसम विज्ञान (आईएमडी) विभाग ने आने वाले दिनों में देश के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना जताया है. दरअसल, आईएमडी के अनुसार, उत्तराखंड में अगले तीन दिन भारी बारिश का दौर जारी रहेगा. वहीं, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में इसकी तीव्रता में कमी देखने को मिलेगी.
मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवाती तूफान के असर से उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश होने की संभावना है. वहीं यदि बारिश होती है तो सबसे ज्यादा नुकसान किसानों का होगा, क्योंकि किसानों के खेतों में धान की फसलें तैयार हो गई हैं. जिनकी कटाई का काम किसान कर रहे हैं. ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक जानते हैं आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान-
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
कम दबाव का क्षेत्र अब उत्तर प्रदेश के मध्य भागो पर बना हुआ है, जो पूर्व दिशा में आगे बढ़ेगा और धीरे-धीरे कमजोर हो सकता है. संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है. कम दबाव के क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से एक ट्रफ रेखा छत्तीसगढ़, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश से होते हुए तमिलनाडु के उत्तरी तट तक फैली हुई है. उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में शुष्क और ठंडी उत्तर पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और शेष पूर्वोत्तर भारत के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों में एक बार फिर बारिश की गतिविधियां बढ़ने की उम्मीद है. तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा के तटीय भागों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कुछ मध्यम स्थानों के साथ हल्की बारिश हो सकती है.
लक्षद्वीप और रायलसीमा में छिटपुट हल्की बारिश हो सकती है. उत्तर पश्चिमी शुष्क और ठंडी हवाओं के कारण, न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट के साथ उत्तर पश्चिम और मध्य भारत का मौसम शुष्क रहेगा.
Share your comments