मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में ताजा हवा दबाव पैदा होना की वजह से ओडिशा में आगामी 4 दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है. IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने से देश के अन्य भागों से मानसून के वापस जाने में भी देरी होगी. अब अगले हफ्ते तक मानसून की वापसी की उम्मीद है. मानसून आमतौर पर दक्षिण भारत के राज्यों से 15 अक्टूबर तक वापसी कर जाता है. इसके अलावा भारतीय मौसम विभाग का अनुमान है कि आज नॉर्थ इंडिया के कुछ राज्यों में भारी बारिश हो सकती है. ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के अनुसार जानते हैं दिल्ली, यूपी और हरियाणा समेत देश के अन्य हिस्सों में आगामी 24 घंटों के दौरान कैसा रहेगा मौसम-
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
बंगाल की खाड़ी के मध्य पूर्वी भागों पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब प्रभावी होकर डिप्रेशन बन गया है. यह सिस्टम अगले 24 घंटों में डीप डिप्रेशन बन सकता है और इसके आंध्र प्रदेश के तटों से 12 अक्टूबर की रात तक लैंडफॉल करने की संभावना है. दक्षिणी आंध्र प्रदेश के ऊपर हवाओं में एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है. बंगाल की खाड़ी पर बनी डिप्रेशन से आंध्र प्रदेश और कर्नाटक होते हुए अरब सागर के मध्य भागों तक एक ट्रफ रेखा बन गई है.
अगले 24 घंटों के दौरान संभावित मौसम पूर्वानुमान
अगले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है. राज्य के तटीय भागों में तेज़ हवाएँ चलने और मूसलाधार वर्षा होने की भी संभावना है. अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, दक्षिणी तटीय ओडिशा, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु, रायलसीमा और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम और एक-दो स्थानों पर भारी बारिश देखने को मिल सकती है. आंतरिक ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ के मध्य और दक्षिणी भागों, दक्षिणी मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, लक्षद्वीप और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. महाराष्ट्र से सटे दक्षिणी गुजरात में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है. दिल्ली, राजस्थान और मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों सहित पश्चिमी हिमालय के पर्वतीय राज्यों और उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में मौसम मुख्यतः शुष्क ही बना रहेगा.
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