Weather Update: दिल्ली में रिकॉर्ड गर्मी के बीच बुधवार (29 मई) को हल्की बूंदाबांदी हुई. दिल्ली के मुंगेशपुर में बुधवार शाम को 52.3 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. दूसरी ओर दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में बारिश हुई है. हालांकि इस बारिश से बहुत अधिक राहत नहीं मिली क्योंकि भीषण गर्मी के आगे इस बूंदाबांदी का कोई बड़ा प्रभाव नहीं दिखा. लेकिन आसमान में बादल छाए रहने से लोगों को तपती गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिली है. आसमान में बादल इस लिहाज से भी राहत का संकेत है क्योंकि बुधवार को दिल्ली के मुंगेशपुर में अत्यधिक तापमान का रिकॉर्ड बन गाय. यहां तापमान 52 डिग्री के पार दर्ज किया गया. वहीं, मौसम विभाग की मानें तो अभी गर्मी से राहत के कोई आसार नहीं हैं. आने वाले कुछ दिनों तक देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी का कहर देखने को मिलेगा. वहीं, देश में मानसून की भी एंट्री होने वाली है. आइए जानते हैं आने वाले दिनों में कैसे रहेगा मौसम का हाल.
भारत में एंट्री को तौयार मानसून
भीषण गर्मी से जूझ रहे आधे भारत को बस मॉनसून का इंतजार है. मौसम विभाग (IMD) ने इस पर खुशखबरी दी है. IMD की मानें तो 30 से 31 मई के बीच मॉनसून कभी भी भारतीय सीमा में प्रवेश कर सकता है यानी 24 घंटे के अंदर केरल में मॉनसून की दस्तक हो सकती है. आईएमडी के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान केरल में मॉनसून के आगमन के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं.
केरल में इस बार मॉनसून समय से पहले दस्तक दे रहा है. राज्य में मॉनसून की सामान्य तारीख 1 जून है. हालांकि, इसमें 3-4 दिन आगे या पीछे होना भी सामान्य माना जाता है. मौसम विभाग की मानें तो इस बार 30 मई को केरल में मॉनसून की दस्तक हो सकती है. इसके बाद राज्य में झमाझम बारिश देखने को मिलेगी. हालांकि, केरल पहले ही बहुत तेज बारिश और जलभराव से जूझ रहा है.
देश भर में मौसम प्रणाली:
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अगले 24 घंटे के अंदर केरल में मॉनसून की दस्तक सकता है. दक्षिण अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के शेष हिस्सों, लक्षद्वीप क्षेत्र के कुछ हिस्सों, केरल, दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों, उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्य के कुछ हिस्सों में इसी अवधि के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.
पूर्वोत्तर असम और आसपास के क्षेत्र में अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र (चक्रवाती तूफान रेमल के अवशेष) उसी क्षेत्र में निम्न दबाव क्षेत्र में बदल गया है, उससे जुड़ा हुआ चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है. वहीं, दक्षिण तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्रों में औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. 30 मई से उत्तर-पश्चिम भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ आ सकता है.
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इन राज्यों में होगी बारिश
अगले 24 घंटे के दौरान, लक्षद्वीप, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है. ओडिशा, दक्षिणी छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, तटीय और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, तथा कोंकण और गोवा में भी हल्की बारिश संभव है. वहीं, राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज के साथ छींटे पड़ सकती हैं.
लू से राहत नहीं
वहीं, मौसम विभाग ने अभी लू से राहत का कोई संकेत नहीं दिया है. मौसम विभाग के मुताबिक, आज राजस्थान के अधिकांश हिस्सों, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू से लेकर भीषण लू की स्थिति हो सकती है. उसके बाद धीरे-धीरे इसमें कमी आएगी. वहीं, बिहार, झारखंड, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में भी लू की स्थिति संभव है.
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