बिन पानी सब सून। जी हां शायद इस वर्ष यही होने वाला है। पिछले साल अच्छी बारिश के बाद इस साल फिर से देश पर सूखे का खतरा मडरा रहा है। दुनिया भर की मौसम एजेंसियों ने आशंका जताई है कि ला-नीना, साइक्लोन जो आमतौर पर अच्छी बारिश के लिए जाना जाता है ये अब कमजोर पड़ गया है और आगे चलकर अलनीनो फिर मजबूत हो सकता है।
2014 और 2015 अलनीनो वर्ष था और तब देश में सूखा पड़ा था। इस साल भी अलनीनो की आशंका बढ़ गई है। इसी वजह से मौसम एजेंसियां ये कयास लगा रही हैं कि ये स्थिति अगर ऐसे ही रहता है तो सूखा पड़ सकता है। अलनीनो वर्ष में आमतौर पर सूखा पड़ता है और आशंका जताई जा रही है कि अगस्त के बाद अलनीनो मजबूत हो सकता है। हालांकि सही तस्वीर अप्रैल तक ही पता चल सकेगी। ऐसे में किसानों को सुखे से निपटने के लिए कमर कस लेनी चाहिए।
दगा दे सकता है मानसून
बिन पानी सब सून। जी हां शायद इस वर्ष यही होने वाला है। पिछले साल अच्छी बारिश के बाद इस साल फिर से देश पर सूखे का खतरा मडरा रहा है। दुनिया भर की मौसम एजेंसियों ने आशंका जताई है कि ला-नीना, साइक्लोन जो आमतौर पर अच्छी बारिश के लिए जाना जाता है ये अब कमजोर पड़ गया है और आगे चलकर अलनीनो फिर मजबूत हो सकता है।
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