Success Story: खेती में सफलता प्राप्त करने के लिए सतत प्रयास और धैर्य की आवश्यकता होती है. यदि कोई किसान लगातार प्रयास करता रहे, तो एक ना एक दिन खेती में सफल जरूर होता है. ऐसा ही कुछ राजस्थान के रहने वाले खेत सिंह ने कर दिखाया है. वर्तमान में प्रगतिशील किसान खेत सिंह मूंगफली, ईसबगोल, सरसों और डेयरी फार्मिंग की मदद से लाखों रुपये का मुनाफा सालाना कमा रहे हैं.
कृषि जागरण के इस आर्टिकल में आज हम आपको प्रगतिशील किसान खेत सिंह की सफलता की पूरी कहानी बताने जा रहे हैं.
इन फसलों की खेती करते हैं खेत सिंह
कृषि जागरण से बात करते हुए प्रगतिशील किसान खेत सिंह ने बताया कि, वह राजस्थान के जैसलमेर जिला के बरेड़ा गांव के रहने वाले हैं. वह लगभग 2009 से खेती कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि, वह सम्मिलित तौर पर अपने परिवार के साथ खेती करते हैं. उनके पास कृषि योग्य 38.19 बीघा जमीन है. जिस पर उनका पूरा परिवार खेती करता है. उन्होंने बताया कि, वह मुख्य तौर पर मूंगफली, ग्वार, बाजरा, जीरा, मेथी, मूंग, चना, ईसबगोल और सरसों समेत कई फसलों की खेती करते हैं. जो सीजन के हिसाब से उगाई जाती हैं. खेत सिंह ने बताया कि वह अलग अलग सीजन के हिसाब से और डिमांड के अनुसार खेती करते है.
100 क्विंटल मूंगफली का उत्पादन
खेत सिंह ने बताया कि, मूंगफली और मूंग जैसे फसलों पर उनकी लागत लगभग एक लाख रुपये तक आ जाती है. जबकि, सारी फसलों पर आने वाली सालाना लागत 10 से 12 लाख रुपये तक पहुंच जाती है. उन्होंने बताया कि, वह सालाना 100 क्विंटल तक मूंगफली का उत्पादन करते हैं. जिसका दाम मौसम और मूंगफली की क्वालिटी पर निर्भर करता है. जानकारी देते हुए खेत सिंह ने बताया वह एक सीजन में लगभग 50 क्विंटल तक मूंग की खेती कर देते हैं. उन्होंने कहा कि, जो भी फसलें वह उगाते हैं उनकी उपज मौसम पर निर्भर करती है. अगर बारिश या ओलवृष्टि हो जाए, तो फसल उत्पादन पर असर पड़ता है और फसल खराब होने के चलते दाम भी कम मिलते हैं.
पशुपालन को भी बनाया कमाई का साधन
प्रगतिशील किसान खेत सिंह ने बताया कि, वह खेती के अलावा वे पशुपालन भी करते हैं और डेयरी बिजनेस के जरिए अतिरिक्त आमदनी उत्पन्न करते हैं. वर्तमान में उनके पास 10 गाय हैं, जिसमें से 5 दूध देती हैं. उन्होंने बताया, डेयरी बिजनेस के जरिए वह 15 से 17 हजार रुपये प्रति महीना तक कमा लेते हैं और इसमें 5 से 6 हजार रुपये का खर्च चारे पर आता हैं. सभी खर्चे निकालाने पर उन्हें 10 हजार रुपये तक का मुनाफा हो जाता है.
लो वोल्टेज बिजली की बड़ी समस्या
खेती के दौरान उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि, उनके क्षेत्र में लो वोल्टेज बिजली की एक बड़ी समस्या है, जिसके चलते उन्हें कई बार भारी नुकसान उठाना पड़ जाता है. प्रगतिशील किसान खेत सिंह को इसी तरह की कई अन्य समस्याएं भी हैं, जिससे खेती में आने वाला खर्चा बढ़ जाता है.
“फसल की समय पर खाद और बुआई करें किसान”
कृषि जागरण से बात करते हुए प्रगतिशील खेत सिंह ने किसानों को संदेश दिया की वे समय पर अपनी फसलों की बुआई करें और समय पर ही उन्हें खाद दें और उनकी सिंचाई करते रहें. यदि किसान इन सब बातों का ख्याल रखते हैं, तो अच्छी फसल का उत्पादन कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि, फसल पर अगर कोई भी बीमारी लग जाए तो समय रहते उस पर दवा का छिड़काव करें, ताकि आपकी फसल प्रभावित न हो.
Share your comments