कहतें है अगर आपने कुछ करने की ठान ली है, तो जब तक आप उस मुकाम को हासिल नहीं कर लेते तब तक आप चैन से नहीं बैठ सकते | वैसे तो आज महिलाऐं पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है या यूँ कहें आज महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपना परचम लहराया हुआ है | कृषि जागरण हमेशा आपके लिए ऐसी ही सफल महिलाओं की संघर्ष से विजय तक की कहानी आप लोगों के लिए लाता रहता है, जिन्होंने समाज में अपनी एक अलग पहचान बनायीं है |
इस कड़ी में आज हम आपको ऐसी महिला से परिचित कराएँगे जिसने संकल्प, धैर्य और परिश्रम की जो मिशाल पेश की है वो पीढ़ी दर पीढ़ी के लिए एक मजबूत प्रेरणा स्त्रोत है |
25 साल की मेरीन जोसफ केरल कैडर की आईपीएस हैं। जब वे छठी क्लास में थीं तब उन्होंने सिविल सर्विस ज्वाइन करने के बारे में सोचा था। इसके बाद कुछ समय बाद ही उन्होंने परीक्षा की तैयारी शुरू की और रेग्युलर स्टडी और नोट्स तैयार कर स्टडी की, इस कारण वे पहली बार में ही पेपर क्लियर करके आईपीएस अफसर बन गईं। बता दें कि इस साल वे प्रमोट होकर बतौर एस.पी बन गई हैं और कमांडेंट ऑफ केरल ऑर्म्ड पुलिस बटालियन 2 में पोस्टेड हुई हैं। इस पोस्ट पर वे पहली महिला हैं।
- मेरीन जोसफ का जन्म केरल में ही हुआ था और उनकी शादी 2 फरवरी 2015 को हुई। केरल निवासी साइकियाट्रिस्ट डॉ. क्रिस अब्राहम को जीवन साथी चुना।
- उनके पिता कृषि मंत्रालय में प्रमुख सलाहकार हैं और उनकी मां अर्थशास्त्र की टीचर हैं।
- मेरीन ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से बीए ऑनर्स और MA हिस्ट्री की डिग्री हासिल की।
- सन् 2012 में पहले प्रयास में ही सिविल सर्विस परीक्षा पास की।
बता दें कि मेरीन जोसफ का जन्म केरल में ही हुआ था और उनकी शादी 2 फरवरी 2015 को हुई। केरल निवासी साइकियाट्रिस्ट डॉ. क्रिस अब्राहम को जीवन साथी चुना। उनके पिता कृषि मंत्रालय में प्रमुख सलाहकार हैं और उनकी मां अर्थशास्त्र की टीचर हैं। मेरीन ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से बीए ऑनर्स और एमए हिस्ट्री की डिग्री हासिल की। सन् 2012 में पहले प्रयास में ही सिविल सर्विस परीक्षा पास की।
बता दें कि 2016 में वे राज्य स्वंत्रता दिवस परेड को कमांड करने वाली सबसे कम उम्र की अफसर बनीं। मेरीन को बुक्स पढऩा बहुत पसंद है, वे जहां भी जाती हैं बैग भर कर बुक खरीद लाती हैं। उनके अनुसार शुरू में उन लोगों के लिए जो एथलेटिक्स से दूर रहते थे खासकर उन्हें शुरू में इस ट्रेनिंग में प्रॉब्लम्स आती हैं, लेकिन जैसे-जैसे शरीर को आदत पड़ेगी सब नॉर्मल हो जाता है। उनके अनुसार वे 24 घंटे कॉल पर उपलब्ध रहती हैं और हमेशा मुसीबत से लडऩे के लिए तैयार रहती हैं।
उनकी ट्रेनिंग हैदराबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी में हुई थी। मेरीन जोसफ ने यहीं पर हथियार चलाना, स्विमिंग सीखी थी। साथ ही साथ दूरदराज के इलाकों में अकेले रहना, नंगे पैर रहना भी उन्होंने यहीं सीखा था। सुबह 4:45 बजे उठकर रोजाना 4-5 किलो मीटर की रनिंग करती हैं। घोड़े की सवारी, हथियार चलाना, तैराकी, गोताखोरी आदि उन्होंने अपने ट्रेनिंग समय में सीखी।
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