मौजूदा वक़्त में महिलाएं कृषि समेत हर एक क्षेत्र में अपना नाम बना रही है. वहीं आज हम एक ऐसी महिला किसान की बात करने जा रहे हैं, जिन्होंने अन्य महिलाओं के लिए मिसाल पेश किया है. हम बात कर रहे हैं महिला किसान गुरलीन चावला की. जोकि झाँसी की रहने वाली हैं. गुरलीन ने परम्परागत खेती छोड़ कर बड़े पैमाने पर स्ट्रॉबेरी के उत्पादन करने का मन बनाया और अपने फॉर्महाउस पर इसकी खेती करनी शुरू कर दी. आइये जानते हैं इस सफल महिला किसान की सफलता की कहानी-
कैसे आया मन में विचार (How Did The Idea Come To Mind)
गुरलीन चावला का कहना है कि मेरे पापा घर की छत पर स्ट्रॉबेरी की खेती करते थे. फिर मेरे मन में विचार आया कि इसकी खेती हम बड़े पैमाने पर कर सकते हैं. तब फिर लॉकडाउन 2020 में उन्होंने 1.5 एकड़ में इस फसल की खेती की शुरुआत की. पहली बार में ही उम्मीद से बेहतर परिणाम मिले. जिसके बाद उन्होंने बड़े पैमाने पर स्ट्रॉबेरी का उत्पादन करने का मन बनाया और अपने फॉर्महाउस पर इसकी खेती करनी शुरू कर दी.
वर्तमान समय में कमा रही हैं लाखों (Currently Earning Lakhs)
गुरलीन चावल का कहना है की स्ट्रॉबेरी की खेती से वह 6 लाख की लागत पर 30 लाख का मुनाफा अर्जित कर चुकी हैं. वहीं फिलहाल एक दिन में 5 से 6 किलो तक स्ट्रॉबेरी निकल जाती है. जिससे 300 से 600 रुपये तक की बिक्री प्रतिदिन हो जाती है.
स्ट्रॉबेरी की खेती से होगा अच्छा मुनाफा (Strawberry Cultivation Will Make Good Profit)
स्ट्राबेरी जैम, जूस, आइसक्रीम, मिल्क-शेक, टॉफियां बनाने के काम आती है. इसके साथ ही विटामिन C की मात्रा अधिक होने की वजह से लोग इस फल का भी लोग से सेवन करते हैं. इसके अलावा, दुनिया भर में ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने में इसकी एक अहम् भूमिका होती है. साथ ही सरकार भी इसके बाजार को बढ़ावा देने का काम कर रही है. जिससे किसानों की परेशानियां कम हो रही हैं, मुनाफा भी बढ़ रहा है.
ऐसे ही सफल किसान की कहानी सुनने और जानने के लिए जुड़े रहिये कृषि जागरण हिंदी पोर्टल से.
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