Success Story: पिछले कुछ सालों में खेती के तौर-तरीकों में काफी बदलाव देखने को मिला है. किसानों को रूझान आधुनिक खेती की ओर तेजी से बढ़ा है. कई किसान आधुनिक खेती के जरिए सालाना लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं. कुछ ऐसी ही कहानी है राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के रहने वाले किसान अभिषेक जैन की. जिनकी किस्मत आधुनिक खेती ने ऐसी बदली की आज वह सालाना 15 लाख रुपये से ज्यादा का मुनाफा कम रहे हैं. जी हां, सही सुना आपने.
लेमन किंग के नाम से हैं मशहूर
अभिषेक जैन एक प्रगतिशील किसान हैं, जो अपने शहर में लेमन किंग के नाम से मशहूर हैं. अभिषेक जैन मुख्य रूप से अमरूद और नींबू की बागवानी करते हैं. अगर शिक्षा की बात करें, तो अभिषेक जैन ने बीकॉम किया है. उन्होंने कहा, "पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने अपनी कंपनी चलाई, लेकिन पिता के निधन के बाद मुझे अपनी कंपनी बंद कर खेती का काम शुरू करना पड़ा."
इंटरनेट से सीखे खेती के गुर
उन्होंने कहा, "शुरुआती दौर में मुझे खेती के लिए किसी भी तरह की कोई मदद प्राप्त नहीं हुई. इसलिए मैंने सही जानकारी न होने के चलते अपने अमरूद के बाग को काटकर उसमें अनार के पौधे लगाए. लेकिन मुझे इससे कोई खास लाभ प्राप्त नहीं हुआ. जिसके चलते मजबूरन मुझे इन्हें कटवाना पड़ा. लेकिन कुछ समय के बाद धीरे-धीरे इंटरनेट की पहुंच किसानों तक पहुंची और हम वाट्सऐप ग्रुप के जरिए किसानों से जुड़ने लगे और एक दूसरे को खेती-किसानी की सही जानकारी के बारे में बताने लगे."
उन्होंने बताया कि उनके पास पास कुल 6 एकड़ जमीन है. इस पूरी जमीन में वह अमरूद और नींबू की खेती करते हैं. उन्होंने बताया कि वह चार एकड़ में नींबू, डेढ़ एकड़ में अमरूद और आधा एकड़ में गौशाला चलाते हैं. इससे अलावा वह फूड प्रोसेसिंग में अचार अचार बेचकर भी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
पिकल जक्शन के नाम से है खुद का ब्रांड
उन्होंने कहा, "एक बार कुछ दोस्त मेरे यहां पर खेती-बाड़ी से जुड़ी चर्चा करने के लिए आए, तो उन्होंने मेरे घर का बना नींबू का अचार चखा. वह उन्हें बहुत ही ज्यादा पसंद आया. इसलिए वह नींबू के अचार को अपने घर भी ले गए. उन लोगों ने मेरी माता जी से निवेदन किया कि माता जी ऐसा अचार हमारे लिए भी बना दो, तो मेरी मां ने उनके लिए करीब 25 से 30 किलो अचार बनाकर उन्हें दे दिया. फिर अगले साल उन दोस्तों का कॉल आया और उन्होंने बताया कि मेरी मां के द्वारा बनाया गया अचार उनके वहां सभी लोगों को बहुत ही ज्यादा पसंद आया. उन्हीं दोस्तों ने मुझसे कहा की तुम अपने इस नींबू के अचार को बाजार में बेचो. इसके बाद से ही मैंने सोशल मीडिया के माध्यम से बाजार में अपने अचार के बारे में लोगों को बताना शुरू किया. आज मेरे पास अब पिकल जक्शन ब्रांड भी है. मैं अपना अचार अमेजन पर भी बेचता हूं. मैं अपनी नींबू की फसल का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा अचार बनाकर बेच देता हूं. बाकी की बची फसल को मैं मंडी में बेच देता हूं."
वहीं, किसान अभिषेक जैन अपने खेत में नींबू की बारहमासी किस्म की खेती करते हैं. इसके अलावा, उनके खेत में नींबू की देसी कागजी वैरायटी भी है, जोकि उनके पिताजी के हाथ का लगाया हुआ है. इसमें बिल्कुल पतले छिलके का नींबू आता है. वहीं, अमरूद में उन्होंने L49 क्विंटली, बर्फ खाना और अन्य कई तरह की वैरायटी लगाई हुई है.
सालाना 15 लाख रुपये से ज्यादा का मुनाफा
अगर लागत की बात करें, तो अमरूद की फसल में लागत 70 हजार रुपये प्रति एकड़ तक बैठ जाती है. वहीं, नींबू की फसल में चार एकड़ खेत में ढाई से तीन लाख रुपये लागत आती है. ऐसे में आप हिसाब लगा सकते हैं कि अभिषेक जैन के प्रति एकड़ खेत में नींबू की लागत 70-75 हजार रुपये तक आती है. अगर मुनाफे की बात करें, तो 6 एकड़ खेत से 15 लाख रुपये तक और बाजार में इसकी मांग अच्छी रहती है, तो यह मुनाफा 25 लाख रुपये तक भी पहुंच जाता है. प्रगतिशील किसान अभिषेक जैन ने कृषि जागरण के माध्यम से किसानों को संदेश दिया की वह अपनी फसल को लेकर केवल बाजार के भरोसे न बैठें, बल्कि अपना खुद का कुछ न कुछ शुरू कर उसे उचित दाम पर बेचें.
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