कहते हैं कि अगर मेहनत करने की हिम्मत हो, तो इंसान हर एक मुश्किल काम को आसान बना सकता है. आज हम आपको ऐसे ही एक कहानी के बारे में बताने जा रहे है, जिन्होंने अपने लगन और मेहनत से कृषि में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. यह कहानी भोपालगढ़ उपखंड क्षेत्र के ढ़ंढ़ोरा गांव में रहने वाले दो सगे भाइयों की है.
इन दोनों ने अपने खेत में एक करोड़ की लागत से लगभग 8 हजार वर्गमीटर क्षेत्रफल में पॉलीहाउस का निर्माण किया है. चार महीने से भी कम समय में इन दोनों भाइयों ने अपने पॉलीहाउस में खीरा ककड़ी की खेती कर एक सफल किसान बनें. इन्होंने अपने इस व्यवसाय से लगभग 15 लाख रूपए तक का मुनाफा कमाया है.
एक सफल किसान की श्रेणी में शामिल (Join the ranks of a successful farmer)
किसान अजीत सिंह राजपुरोहित और महिपाल सिंह राजपुरोहित दोनों भाई आज एक सफल किसान की श्रेणी में शामिल हैं. इन दोनों भाइयों का कहना है कि हमने सरकार के द्वारा दी गई योजनाओं का लाभ उठाते हुए एक आधुनिक पॉलीहाउस का निर्माण किया. यहीं नहीं उन्होंने कृषि से जुड़ी कई चीजों को भी निर्माण किया. जैसे की तारबंदी, जल फार्म पौण्ड, पैकहाउस व ड्रिप सिंचाई प्रणाली आदि.
इस विषय में दोनों भाइयों ने कहा कि इन सब को बनाने में हमें लगभग 1 करोड़ की लागत आई. इस लागत में 75 लाख रुपए हमने बैंक से लिए और बाकी शेष राशि को हमने खुद से लगाया और फिर हमने चार महीने में खीरा ककड़ी की पहली उपज से लगभग 15 लाख रुपए तक का लाभ कमाया.
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आपको बता दें कि पश्चिमी राजस्थान की जलवायु में पॉलीहाउस बहुत ही बहुउपयोगी है. यह एक मुनाफे का व्यवसाय है. जिसमें आप ककड़ी, मिर्च, टमाटर, ब्रोकली, जुगनी आदि फसलों का उत्पादन कर सकते है.
नवाचार पर अधिकारियों ने कहा (Officials said on innovation)
किसानों को अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करने और खेती में नवाचार को अपनाने के लिए ऐसे ही नई तरीकों को अपनाना चाहिए. इसके लिए किसानों को सरकार की तरफ से भी आर्थिक मदद की जाती है और साथ-साथ उन्हें अन्य फायदे भी दिए जाते है. कृषि अधिकारियों ने यह भी कहा कि खेत में नवाचार के तरीकों को अपनाने से किसानों की आय में वृद्धि की जा सकती है.
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