आंध्रप्रदेश के एक किसान विस्वानाधा राजू केवल एक एकड़ के तालाब में मछली पालन करते है. अपने एक एकड़ तालाब के मछली पालन के जरिए ही यह किसान प्रत्येक साल 10 लाख रूपये कमा लेता है. उन्होंने शनिवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में चल रहे कृषि कुम्भ मेले में लैपटॉप पर मत्स्य पालन के तरीके का प्रदर्शन करके अपना लोहा मनवा लिया.यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान विस्वानाधा राजू का परिचय करवाया.
विस्वानाधा राजू बालंगर, हैदराबाद के निवासी है उन्होंने बताया की तीन बार में कक्षा-10 पास किया है. जिसके बाद ही उन्होंने मन बना लिया की अब वे पढ़ाई नहीं करेगें. पढ़ाई छोड़ने के बाद राजू ने खेती में ही नये-नये प्रयोग करना शुरू कर दिया. खेती के अपने सभी प्रयोगों में सबसे पहले उन्होंने मत्स्य पालन को अपनाया. इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री पढ़ने के साथ ही उन्होंने मत्स्य पालन पर अमल शुरू किया.
धीरे-धीरे वे मछली पालन के मास्टर हो गए. अब वे रि-सर्कुलेट्री एक्वा कल्चर सिस्टम कि सहायता से मछली पालन करके लगातार अच्छा मुनाफा कमा रहे है. उनकी इस सफ़लता को देखकर उनके पास अब कई राज्यों के लोग आते है. वे महीने के एक दिन मछली पालन केंद्र की विजिट मुफ़्त करवाते है. उसके अलावा वे प्रत्येक विजिट का 3000 रूपये लेते है.
आपको बता दे कि राजू ने अपने द्वारा बनाया गया ईजी प्लांटर को भी दिखाया. इस ईजी प्लांटर की सहायता से धान, मिर्च, शिमला मिर्च समेत सभी पौधों की रोपाई तेजी और आसानी करते है. राजू कहते हैं कि भारत के अधिकतर किसान बहुत कम पढ़े-लिखे हैं, लेकिन वे अगर ठान लें तो बहुत कुछ कर सकते हैं.
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