कम लागत में अगर आप भी किसी तरह का कोई नया बिजनेस शुरु करना चाहते हैं तो आपके लिए साबुन बनाने का काम फायदेमंद साबित हो सकता है. आप इस बिजनेस से जहां एक तरफ अच्छा पैसा कमा सकते हैं, वहीं अच्छी पहचान भी बना सकते हैं. इस काम को करने के लिए अधिक जगह की जरूरत नहीं है.
आपको पता ही है कि साबुन की मांग कभी घटने वाली नहीं है. इसका उपयोग प्रतिदिन किया ही जाता है. दूसरी सबसे जरूरी बात, इसका उपयोग सभी के द्वारा किया जाता है. स्त्री-पुरूष या बच्चे-बूढ़े सभी नहाने और स्वच्छता के लिए इसका उपयोग करते ही हैं. चलिए आपको नहाने वाले साबुन के बिजनेस के बारे में विस्तार से बताते हैं.
नहाने का साबुन बनाने के लिए सामग्री
इसे बनाने के लिए सोप नूडल्स पाम आयल अथवा कोकोनट आयल की जरूरत है. इसके अलावा स्टोन पाउडर और रंग चाहिए. फ्लेवर के लिए परफ्यूम का उपयोग किया जा सकता है.
साबुन के लिए मशीनरी
साबुन को कई तरीकों से बनाया जा सकता है. इसे बनाने की प्रक्रिया में तीन तरह की मशीनों का आम तौर पर उपयोग किया जाता है. तीनो मशीनों के नाम हैं- रॉ-मटेरियल मिक्सिंग मशीन, सोप प्रिंटिंग मशीन और मिलर मशीन. मशीनों के दाम अलग-अलग हैं. आप अपनी जरूरत के हिसाब से चुनाव कर सकते हैं. वैसे छोटे स्तर पर काम शुरू करने जा रहे हैं तो अधिक पैसों वाला मशीन लेने की जरूरत नहीं.
साबुन बनाने का तरीका
इसे बनाने के कई तरीके मौजूद हैं, हम आपको सबसे आसान तरीका बताने जा रहे हैं. 50 किलोग्राम सोप नूडल्स को मिक्सर में डाल दें. नूडल के टूटने का इंतेजार करें. अब इसमें स्टोन पाउडर को मिलामे का काम करें. ऐसा करते समय ध्यान रहे कि स्टोन पाउडर नूडल्स की मात्रा के अनुसार ही हो. इसके बाद आप रंग और परफ्यूम का उपयोग कर सकते हैं,
पैकेजिंग की प्रक्रिया
पैकेजिंग किसी भी बिजनेस का अभिन्न अंग है, साबुन के मामले में भी यह बात महत्व रखती है, इस बिजनेस से अच्छी कमाई करने के लिए जरूरी है कि साबुन की पैकेजिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए. रॉ मटेरियल से बने हुए साबुन को सोप प्रिंटिंग मशीन की मदद से पहचान (ब्रांड) दिया जा सकता है.
लाइसेंस प्रक्रिया
साबुन हमारे शरीर के लिए एक संवेदनशील उत्पाद है. इसलिए इसके लिए लाइसेंस का होना जरूरी है. लाइसेंस के लिए नगरपालिका के व्यापार विभाग से मिलें. इसका एक फायदा आपको यह भी मिलेगा कि आईटी रिटर्न वगैरह में छूट मिलेगी.
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