भारत की आजादी में लाला लाजपत राय का भी अहम योगदान रहा है. बता दें कि बंगाल में बिपिन चंद्र पाल और महाराष्ट्र के बाल गंगाधर तिलक का नाम जब भी लिया जाता है, तो इनके साथ लाला लाजपत राय का भी नाम लिया जाता है. इन्होंने आजादी के समय कई अभियान चलाए थे. खास तौर पर इन्होंने भारत में विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार की मुहिम में अपना योगदान दिया था.
शेर-ए-पंजाब लाला लाजपत राय
देश की आजादी के लिए उन्होंने अपना जीवन तक बलिदान कर दिया, जिसके कारण इन्हें शेर-ए-पंजाब लाला लाजपत राय भी कहा जाता है. इतना ही नहीं इन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में गरम दल के नाम से भी देश में जाना जाता है. क्योंकि यह गरम दल के तीन प्रमुख नेताओं में से एक थे. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज लाला लाजपत राय की जन्म दिवस है. लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी 1865 में पंजाब के मोगा जिले में हुआ था और इनकी मृत्यु 17 नवम्बर 1928 को हुई. बता दें कि इनके पिता का नाम था मुंशी राधा कृष्ण आजाद जोकि फारसी और उर्दू के महान विद्वान माने जाते थे और इनकी माता गुलाब देवी एक धार्मिक महिला थी.
पंजाब नेशनल बैंक और लक्ष्मी बीमा कम्पनी की स्थापना
देशवासियों की भलाई और देश के नागरिकों को ब्रिटिश बैंकों से निजात दिलाने के लिए इन्होंने भारत में पंजाब नेशनल बैंक, कई तरह के भारतीय ट्रैस और साथ ही लक्ष्मी बीमा कंपनी की स्थापना में अपना अहम योगदान दिया. इनका मानना था कि भारत के नागरिक विदेशी समान पर निर्भर नहीं रहने चाहिए. इसलिए इन्हें पंजाब नेशनल बैंक की स्थापना का जनक भी माना जाता है.
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लाला लाजपत राय समाज और धार्मिक सुधारक
इनके कार्यों के चलते इन्हें समाज में एक अलग ही पहचान बना रखी थी. यह देश की भलाई के लिए राष्ट्र निर्माण में भी अपना अधिक योगदान देते थे. इन्हीं के चलते इन्होंने कानूनी पढ़ाई की और आर्य समाज से जुड़े सभी कार्यों में शामिल होते थे. लेकिन 1914 के बाद से इन्होंने वकालत को त्याग दिया और पूरी तरह से राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गएं.
वहीं अगर हम इनके धार्मिक कार्यों की बात करें, तो लाजपत राय ने 1921 में सर्वेंट्स ऑफ द पीपुल्स सोसायटी नाम की गैर लाभकारी कल्याण संस्था का निर्माण किया, जो कि आजादी के बाद दिल्ली में स्थापित की गई. आज के समय में इस सोसाइटी की कई शाखाएं मौजूद हैं. इन्होंने हमेशा देश में जाति व्यवस्ता, अस्पृश्यता और महिलाओं की स्थिति में सुधार करने के लिए संघर्ष किया.
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