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1860 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीद रही है योगी सरकार

रबी की फसल की बुवाई सामान्यतः अक्टूबर-नवम्बर महीने में की जाती है. इन फसलों की बुआई के लिए कम तापमान की जरूरत होती है और पकने के समय शुष्क और गर्म वातावरण की आवश्कता होती है.

प्रभाकर मिश्र

रबी की फसल की बुवाई सामान्यतः अक्टूबर-नवम्बर महीने में की जाती है. इन फसलों की बुआई के लिए कम तापमान की जरूरत होती है और पकने के समय शुष्क और गर्म वातावरण की आवश्कता होती है. रबी मौसम की फसलें मुख्यरूप से गेहूं,चना,जौ, सरसों, मसूर, उड़द आदि मानी जाती है. मार्च से अप्रैल महीने में इन फसलों की कटाई की शुरूआत हो जाती है.

इस बार किसानों पर सरकार मेहरबान दिख रही है. अबकी बार उत्तर प्रदेश की योगी सरकार रबी और गेहूं की फसल की खरीद 1 अप्रैल से शुरू कर रही है. 1 अप्रैल से 15 जून के बीच गेहूं 1860 रूपये प्रति कुंतल की दर से खरीदेगी. केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी)1840 रूपये प्रति कुंतल किया है. इसके अलावा योगी सरकार ने ढुलाई, छनाई और अन्य खर्चे के रूप में 20 रूपये अधिक दे रही है.

इस बार गेहूं की खरीद के लिए योगी सरकार ने प्रदेश में 80 केंद्र बनवाये है. खरीद के 72 घंटे के अंदर ही आरटीजीएस के माध्यम से किसानों के खातों में भुगतान कर दिया जायेगा। इस तरीके से प्रदेश में लगभग 2.40 करोड़ किसान परिवारों को लाभ होगा. गेंहूं  की फसल के खरीद के लिए बने ये केंद्र सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुले रहेंगें. 

अगर बात करें साल 2013-14 की तो उस समय केंद्र में यूपीए की सरकार थी. यूपीए सरकार के कार्यकाल के अंतिम वर्ष में मूल्य 1400 रूपए थी. उसके बाद एनडीए की सरकार आई. एनडीए की सरकार ने किसानों को 2022 तक आय दोगुना करने की प्रतिबद्धता के मद्देनजर अभी तक गेहूं के दाम में 440 की वृद्धि की है. प्रदेश सरकार द्वारा दिए जा रहे बोनस या किसी अन्य रूप से दी जा रही धनराशि इससे अलग है.

English Summary: Yogi Sarkar buying wheat rate1860 rupees per quintal Published on: 30 March 2019, 05:04 PM IST

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