कृषि जागरण आए दिन खेती-किसानी से जुड़े मुद्दों को ध्यान में रखते हुए चौपाल (KJ Chaupal) का आयोजन करता है. इसमें कृषि से जुड़े गणमान्य व्यक्ति या फिर प्रगतिशील किसान दौरा करने जरूर आते हैं और वह अपने अनुभव को साझा करते हुए किसानों की मदद करने पर चर्चा करते हैं. इसी कड़ी में आज के कृषि जागरण चौपाल (KJ Chaupal) में OUAT के कुलपति प्रभात कुमार राउल ने शिरकत की. इन्होंने आज केजे चौपाल में खेती-किसानी व अन्य कई महत्वपूर्ण विषय पर अपने विचारों को साझा किया और साथ ही इन्होंने कृषि जागरण के द्वारा किए जा रहे कार्य की सराहना की. बता दें कि फरवरी माह की 27-28 तारीख को भुवनेश्वर में दो दिवसीय किसान मेले में एम सी डोमिनिक के साथ OUAT के कुलपति प्रवत कुमार राउल ने हिस्सा लिया था.
चौपल में क्या कुछ रहा खास
के जे चौपाल में प्रभात कुमार राउल ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि को बढ़ावा देने के लिए मीडिया की भागीदारी काफी अहम है, इसलिए मीडिया को आगे आकर कृषि के प्रति अपनी रुचि को बढ़ाना होगा, साथ ही किसानों के लिए काम करना होगा. उन्होंने कहा कि किसानों तक कृषि तकनीक और सरकारी योजनाओं की जानकारी पहुंचाने में मीडिया की भूमिका काफी अहम होती है. जिसके लिए उन्होंने कृषि जागरण द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना भी की. उन्होंने आगे कहा कि लोगों को कृषि के प्रति अपनी मानसिकता बदलनी चाहिए.
इसके अलावा आज प्रभात कुमार राउल ने कृषि जागरण की टीम के साथ विश्व महिला दिवस 2023 की थीम 'डिजिटऑल: लैंगिक समानता के लिए प्रौद्योगिकी और नवाचार' के अभियान में हिस्सा लिया.
OUAT के कुलपति प्रभात कुमार राउल के बारे में..
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रभात कुमार राउल बीते 29 वर्षों से इस संस्थान में कार्यरत हैं और कृषि क्षेत्र में अपनी भूमिका बखूबी निभा रहे हैं. वर्तमान समय में यह ओडिशा यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर के कुलपति है.
बता दें कि भारत में ओडिशा कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय 1962 (Odisha University of Agriculture and Technology) में भुवनेश्वर में स्थापित किया गया था. यह देश का दूसरा सबसे पुराना कृषि विश्वविद्यालय (Agricultural University) है, जिसमें कृषि संबंधी अनुसंधान, विस्तार और शिक्षा के लिए समर्पित है। विश्वविद्यालय में 11 घटक कॉलेज आदि शामिल हैं.
Share your comments