Uttar Pradesh Board Exam: उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षाओं की शुरूआत आज यानि 16 फरवरी से हो चुकी है, जो कि 4 मार्च तक चलने वाली है. यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 2 पालियों में चल रही हैं, पहली सुबह 8 बजे से 11:15 बजे और दूसरी दोपहर 2 बजे से शाम 5:30 बजे तक. इस बार बोर्ड परीक्षाओं को लेकर मुख्यमंत्री ने नियमों को सख्त कर दिया है.
58 लाख से अधिक छात्रों ने किया पंजीकरण
यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए प्रदेश के कुल 58 लाख से अधिक छात्रों ने पंजीकरण करवाया है. जिसमें कक्षा 10वीं के लिए लगभग 31.2 लाख छात्र और कक्षा 12वीं के लिए 27.5 लाख से अधिक छात्र परीक्षा में उपस्थित होंगे. बोर्ड परीक्षा का आयोजन उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) द्वारा किया जा रहा है. बोर्ड की परीक्षा के लिए राज्य के 75 जिलों में 8752 केंद्र बनाए गए हैं.
धोखेबाजों पर लगेगा NSA
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के मुताबिक, जिलाधिकारी पूरे राज्य में प्रत्येक परीक्षा केंद्र के लिए स्टेटिक मजिस्ट्रेट और सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त करेंगे. परीक्षा प्रश्नपत्रों की कड़ी निगरानी के लिए प्राचार्य कक्ष के अलावा एक अलग कक्ष होगा. प्रश्नपत्रों को डबल लॉक अलमारी में रखने के लिए सीसीटीवी लगाया जा रहा है. राज्य सरकार परीक्षा में किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाएगी.
परीक्षार्थियों के लिए तैयार की गई उत्तरपुस्तिका
यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षाएं 16 फरवरी से 4 मार्च तक चलने वाली हैं. तो वहीं सरकार ने उत्तर पुस्तिओं के फेरबदल को रोकने के लिए उत्तर पुस्तिकाओं को सिल कर विद्यार्थियों को देने का निर्णय लिया है. सरकार के इस कदम का उद्देश्य कॉपी माफिया को मेधावी छात्रों की उत्तर पुस्तिका बदलने से रोकना है क्योंकि पिछले साल स्टेपल हटाकर कॉपियां बदलने की शिकायतें मिली थीं.
यह भी पढ़ें: Metro Jobs 2023: कोलकाता मेट्रो में निकली बंपर भर्ती, ये है आवेदन करने की प्रक्रिया
उत्तर पुस्तिकाओं पर बारकोड और मोनोग्राम
इसके अलावा छात्रों को दी जाने वाली उत्तर पुस्तिकाओं पर बारकोड और मोनोग्राम होंगे. उत्तर पुस्तिकाओं में हेराफेरी की गुंजाइश खत्म करने के उद्देश्य से यह पहल की जा रही है. बोर्ड बारकोड का उपयोग करते हुए कुछ उत्तर पुस्तिकाओं की सरप्राइज़ जांच भी करेगा, जो नकल करने वालों पर शिकंजा कसेगा.
Share your comments