डॉ. विजयप्रकाश आर्य की टीम ने चने की दो नई प्रजातियां तीज ( जीएनजी 2144) और मीरा (जीएनजी 2171) विकसित की है। इस बीच केंद्र निदेशक डॉ. उम्मेद सिंह शेखावत ने क्षेत्रीय अनुसंधान और कृषि विस्तार की एक बैठक के दौरान इन प्रजातियों को उन्नत कृषि विधियों में शामिल करने की वकालत की, साथ ही डॉ आर्य और उनकी टीम को धन्यवाद व बधाई दी । आप को बता दें तीज जून 2016 में जबकि मीरा मार्च 2017 में अधिसूचित हुई हैं। ज्ञात हो कि तीज और मीरा का क्रमश: 600 व 200 क्विंटल प्रजनक बीज तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित गया है और इसके अगले वर्ष में फाउंडेशन व उसके अगले साल प्रमाणित बीज तैयैर किया गया। इन विकसित बीजों में मीरा समय पर बुवाई वाली जबकि तीज देर से बुवाई वाली किस्म है।
चने की दो नई प्रजातियां विकसित
डॉ. विजयप्रकाश आर्य की टीम ने चने की दो नई प्रजातियां तीज ( जीएनजी 2144) और मीरा (जीएनजी 2171) विकसित की है। इस बीच केंद्र निदेशक डॉ. उम्मेद सिंह शेखावत ने क्षेत्रीय अनुसंधान और कृषि विस्तार की एक बैठक के दौरान इन प्रजातियों को उन्नत कृषि विधियों में शामिल करने की वकालत की
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