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गन्ना पेड़ी प्रबंधन के लिए उपयुक्त यंत्र है आर.एम.डी

किसान भाइयों आप गन्ना की पेड़ी फसल से अधिक पैदावार प्राप्त करना चाहते हैं लेकिन पेड़ी प्रबंधन तकनीकियों पर ध्यान देना आवश्यक है. दरअसल पेड़ी को बचाने के लिए अधिक मेहनत करने की जरूरत है. इस बीच पेड़ी की फसल में रख-रखाव के लिए कुछ खास बातें ध्यान रखनी आवश्यक है.

KJ Staff
Sugarcane Crop
Sugarcane Crop

किसान भाइयों आप गन्ना की पेड़ी फसल से अधिक पैदावार प्राप्त करना चाहते हैं लेकिन पेड़ी प्रबंधन तकनीकियों पर ध्यान देना आवश्यक है. दरअसल पेड़ी को बचाने के लिए अधिक मेहनत करने की जरूरत है. 

इस बीच गन्ने की खेती (Sugarcane Farming) के लिए गन्ने पेड़ी की फसल में रख-रखाव के लिए कुछ खास बातें ध्यान रखनी आवश्यक है.

  • समय रहते ठूंठ की जमीन की सतह से कटाई ( शेविंग)

  • भूमिगत कड़ी परत तोड़ने हेतु गहरी जुताई

  • बावक फसल की कटाई के उपरान्त उसकी जड़ों की कटाई

  • खाद व विभिन्न उर्वरक का उचित रूप से निस्तारण

इन सभी कार्य को एक साथ या अलग-अलग समय में सरल, प्रभावी एवं कम लागत से निष्पादित करने हेतु भारतीय गन्ना अनुसंधान केंद्र, आर.एम.डी (पेड़ी प्रबंधन यंत्र) बनाया है. इस मशीन के प्रयोग से पेड़ी प्रबंधन के निमित्त सारे काम सुचारु रूप से शुरु होते हैं.

प्रयोग संबंधी सुझाव (Usage tips)

  • ट्रैक्टर के 3 प्वाइंट लिकेज से मशीन को जोड़ने के बाद संयंत्र को समतल स्थान पर रखकर उसकी लिंकेज को आवश्यकतानुसार कम-ज़्यादा करें जैसे टाप लिंक को बढ़ाने को बढ़ाने से पंक्तियों पर मिट्टी अधिक चढ़ेगी, डीप टिलर की लंबाई अधिक करने पर मशीन गहरी जुताई करेगी. खाद या उर्वरक की मीटरिंग ईकाई को साफ करना होगा.

  • गोबर की खाद या कंपोस्ट को भुरभुरा करना या जरूरूत हो तो राख या थोड़ी भुरभुरी मिट्टी मिलाकर उसकी आर्द्रता को कम किया जा सकता है. निर्धारित रेट (6.8 टन/हैक्टेयर) से कम खाद निस्तारण हेतु मिट्टी मिलाकर प्रयोग करना उचित रहेगा.

  • सभी नट बोल्ट को एडजस्ट करने के बाद कस दें जैसे दो पंक्तियों के बीच की दूरी कम या ज्यादा करने के लिए डीप टिलर एवं मिट्टी चढ़ाने वाली इकाई को नीचे-ऊपर अलग-अलग खिसकाने के बाद नट को अच्छी तरह टाइट करना अनिवार्य है.

  • खेत में प्रयोग करने के पहले से मशीन की घूमने वाली इकाइयों को पी.टी.ओ चलाकर उसके काम करने की गति/संचालन सुनिश्चित करें.

  • खेत में ट्रैक्टर को 2.0-2.3 किमी./ घंटा एवं पी.टी.ओ 540 प्रतिशत की गति से चलाना चाहिए.

  • यदि ठूंठ उखड़ रहे हों तो पी.टी.ओ की गति बढ़ाकर सुनिश्चित करें.

  • यदि खाद या उर्वरक उचित मात्रा में न गिर रहा हो तो उसके वितरण करने वाली इकाई को चेक करें एवं खाद की आर्द्रता को कम करने का प्रबंध करें.

  • मिट्टी की वांछित चढ़ाई न होने पर उसका उचित एडजेस्टमेंट करें.

  • मशीन को प्रयोग करने के उपरान्त उसकी सफाई करके घूमने वाली इकाई को ग्रीस या तेल लगाकर रखें.

गन्ने की खेती के लिए यंत्र संबंधी सूचनाएं (Machinery information for sugarcane cultivation)

खाद/ प्रेसमड 6-8 टन/हैक्टेयर, उर्वरक 150 किग्रा/हैक्टेयर, द्रव रूप में रसायन 300 लिटर/हैक्टे, जुताई की गहराई 30-45 सेमी, पुरानी जड़ों की कटाई की गहराई 5-30 सेमी., मिट्टी की चढ़ाई की ऊंचाईं 10-20 सेमी., दो पंक्तियों के बीच की दूरी 60-90 सेमी., मशीन की क्षमता 0.3-0.4 हैक्टेयर/घंटा, मशीन लागत की भरपाई 200-250 घंटा,

गन्ने की खेती के लिए मशीन का मूल्य (Machine price for sugarcane cultivation)

शेविंग यूनिट के साथ 73000/- , शेविंग यूनिट के बिना 41000/-

गन्ने की खेती के लिए मशीन का माप (Measuring machine for sugarcane cultivation)

लंबाई 190 सेमी, चौड़ाई 185 सेमी., ऊंचाईं 155 सेमी.

अधिक जानकारी के लिए आई.आई.एस.आर लखनऊ 0522-2480726 पर कॉल करें.

English Summary: Sugarcane News Published on: 02 February 2018, 03:42 AM IST

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