खंड रादौर के गांव हाफिजपुर के मधुमक्खी पालक और प्रगतिशील किसान सुभाष कांबोज को भारत सरकार ने 26 जनवरी को दिल्ली में आयोजित 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया है. सुभाष कांबोज भारत सरकार के चार दिन तक विशेष मेहमान होंगे.
चार दिवसीय कार्यक्रम का होंगे हिस्सा
गुरुवार को पत्रकार वार्ता में सुभाष कांबोज ने बताया कि उन्हें 25 से 28 जनवरी तक दिल्ली में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने का अवसर मिलेगा. 26 जनवरी को वे गणतंत्र दिवस परेड को वीआईपी गैलरी से देखेंगे. इसके अलावा, 27 और 28 जनवरी को दिल्ली के प्रमुख स्थानों का भ्रमण और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के कार्यक्रमों में भाग लेंगे.
प्रधानमंत्री ने की सराहना
सुभाष कांबोज राष्ट्रीय स्तर पर उस समय चर्चित हुए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में दो बार उनके मधुमक्खी पालन कार्य की प्रशंसा की. प्रधानमंत्री ने किसानों को उनके वैज्ञानिक और प्रगतिशील तरीके से प्रेरणा लेने की सलाह दी.
सम्मान और उपलब्धियां
सुभाष कांबोज को मुख्यमंत्री मनोहर लाल, पूर्व राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी, चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार और कई अन्य मंचों पर सम्मानित किया जा चुका है. कृषि विज्ञान केंद्र दामला और उद्यान विभाग ने भी उनके योगदान को सराहा है.
मधुमक्खी पालन से आत्मनिर्भरता की कहानी
1996 से पहले निजी स्कूल में शिक्षक रहे सुभाष कांबोज ने मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण लेकर मात्र छह बॉक्स से यह कार्य शुरू किया था. आज उनके पास 2000 से अधिक मधुमक्खी बॉक्स हैं और वे शहद की बिक्री हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल के साथ-साथ विदेशों में भी करते हैं.
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प्रशिक्षण देकर बना रहे किसानों को आत्मनिर्भर
अब तक सुभाष कांबोज ने 1000 से अधिक लोगों को मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है. उनका यह कार्य किसानों के लिए प्रेरणादायक है और कृषि के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान करता है. सुभाष कांबोज का गणतंत्र दिवस पर आमंत्रण न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे हरियाणा और देश के किसानों के लिए गर्व का विषय है. उनके कार्य ने कृषि और आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में एक नई पहचान बनाई है.
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