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नॉर्वे की कृषि तकनीकी भारत के लिए जरूरी: एस. एस. अहलूवालिया

केद्रीय संसदीय मामले और कृषि तथा किसान कल्याण राज्य मंत्री एस.एस अहलूवालिया ने नॉर्वे में भारतीय संसदीय शिष्टमंडल की तीन दिन की यात्रा के दौरान उसका नेतृत्व करते हुए नॉर्वे सरकार के विभिन्न विभागों के मंत्रियों और अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत और नॉर्वे को अंतरराष्ट्रीय मत्स्य उद्योग, कृषि, बागवानी तथा कार्बनिक खेती, समुद्री सहयोग, जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा, कचरा प्रबंधन के बारे में प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में सहयोग अधिक सुदृढ़ करना चाहिए।

केद्रीय संसदीय मामले और कृषि तथा किसान कल्याण राज्य मंत्री एस.एस अहलूवालिया ने नॉर्वे में भारतीय संसदीय शिष्टमंडल की तीन दिन की यात्रा के दौरान उसका नेतृत्व करते हुए नॉर्वे सरकार के विभिन्न विभागों के मंत्रियों और अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत और नॉर्वे को अंतरराष्ट्रीय मत्स्य उद्योग, कृषि, बागवानी तथा कार्बनिक खेती, समुद्री सहयोग, जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा, कचरा प्रबंधन के बारे में प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में सहयोग अधिक सुदृढ़ करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भारत और नॉर्वे संयुक्त राष्ट्र में एक दूसरे का समर्थन करते रहे हैं और दोनों देशों को इस क्षेत्र कृषि समाचार में अधिक सहयोग करने की आवश्यकता है। मत्स्य उद्योग को बढ़ावा देने के बारे में अहलूवालिया ने कहा कि जल-जीव पालन प्रणालियों का पुनश्चक्रण भारत के लिए नया विषय है और इस उच्च उत्पादन तकनीक के लिए भारत, नॉर्वे से तकनीकी जानकारी और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान की उम्मीद करता है।

English Summary: Norway's agricultural technology needed for India: S. s. Ahluwalia Published on: 29 August 2017, 12:02 AM IST

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