इसलिए दिया जाता है नोबेल पुरस्कार
इस सप्ताह पांच श्रेणियों में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की गई. नोबल पुरस्कार स्वीडिश आविष्कारक और उद्योगपति एल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के अनुसार पांच अलग-अलग पुरस्कार हैं जो उन लोगों को दिए जाते हैं जिन्होंने मानव विकास के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर उन्हें लाभ पहुंचाया. नोबेल पुरस्कार विज्ञान, चिकित्सा, अर्थशास्त्र, साहित्य और शांति के क्षेत्र में दिए जाते हैं.
शांति के प्रयासों के लिए नोबेल पुरस्कार 2022
नोबेल पीस प्राइज 2022, इस वर्ष बेलारूस के मानवाधिकार कार्यकर्ता एलेस बियालियात्स्की (Ales Bialiatski), यूक्रेन के मानवाधिकार ‘संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज’ और रूसी मानवाधिकार संगठन ‘मेमोरियाल’ को संयुक्त रूप से दिया गया है. रूस-यूक्रेन युद्ध की विभीषिका झेल रहे तीनों देशों के नागरिकों इस पुरस्कार से शांति का संदेश निहित है. इन पुरुस्कार विजेताओं ने तीन पड़ोसी देशों में मानवाधिकार, सह-अस्तित्व (Co-existence) की वकालत की है.
विज्ञान के लिए इन्हें मिला नोबेल पुरस्कार 2022
भौतिक विज्ञान का नोबेल पुरस्कार रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ सांइसेज़ द्वारा जॉन एफ क्लॉजर, एलेन एस्पेक्ट और एंटोन ज़िलिगर को ‘क्वांटम मैकेनिक्स’ में विशेष प्रगति करने के लिए दिया गया. वहीं फिजियोलॉजी या मेडिसिन में नोबेल प्राइज़ प्रोफेसर स्वंते पाबो को विलुप्त होमिनिन (Hominins) के जिनोम और मानव विकास में शोध के लिए प्रदान किया गया. इसके साथ ही रसायन विज्ञान के क्षेत्र में कैरोलिन आर. बर्टोजी, के. बैरी शार्पलेस और मोर्टन मेल्डल को ‘क्लिक केमिस्ट्री एवं बायोऑथोर्गोनल केमिस्ट्री’ में विशेष उपलब्धियों के लिए नोबेल पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया.
अर्थशास्त्र में विशेष योगदान के लिए नोबेल पुरस्कार 2022
इस वर्ष बेन एस. बर्नानके, डगलस डब्ल्यू. डायमंड और फिलिप एच. डायबविग को बैंकों और वित्तिय संकटों पर शोध के लिए अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया. नोबल समिति का कहना है तीनों नोबेल प्राइज़ विजेताओं ने कोविड से पैदा हुए वैश्विक वित्तीय संकटों के दौरान अर्थव्यवस्था में बैंकों की भूमिका के बारे में लोगों की समझ में सुधार किया. अर्थशास्त्रियों के शोध में ‘अहम खोज यह है कि बैंक के पतन से बचना क्यों महत्वपूर्ण है’. विजेताओं को पुरस्कार के स्वरूप नौ लाख यूएस डॉलर (लगभग 7 करोड़ 42 लाख रूपये) भी दिए गए हैं.
साहित्य के लिए फ्रांसिसी लेखिका को मिला नोबेल पुरस्कार 2022
साहित्य के लिए नोबल पुरस्कार इस वर्ष फ्रेंच लेखिका एनी एरनॉक्स को दिया गया. 82 वर्षीय एरनॉक्स साहित्यिक रचना के लिए पुरस्कार पाने वाली 17वीं महिला हैं. इन्हें इनकी कृति “साहस और नैदानिक तीक्ष्णता जिसके साथ वह व्यक्तिगत स्मृति, व्यवस्थाओं और सामूहिक प्रतिबंधों को उजागर करती हैं” के लिए दिया गया है.
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नोबेल पुरुस्कार विजेता को उठाकर तालाब में इसलिए फेंका
‘द् नोबेल प्राइज’ के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया गया. इसमें कुछ लोग नोबेल प्राइज विनर मेडिकल प्रोफेसर स्वांते पाबो को ऊठाते हैं और फिर तालाब में फेंक देते हैं. ट्विटर पर यह वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया. इस पर सारकेस्टिक होते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “आपके सहयोगी इस दिन का लंबे अरसे से इंतजार कर रहे थे”. एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा, “शानदार! जश्न मनाने का कितना उर्जावान तरीका है”.
अब तक इन भारतीयों को मिल चुका है नोबेल पुरस्कार
वर्ष 1913 में सर्वप्रथम भारत से गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर को साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया. इसके बाद वर्ष 1930 में सर् सी.वी. रमन को भौतिक विज्ञान के लिए, मदर टेरेसा को 1979 में शांति के लिए, अमृत्य सेन को 1998 में अर्थशास्त्र के लिए, कैलाश सत्यार्थी को 2014 में शांति के लिए, वर्ष 1968 में अमेरिका में जन्में भारतीय डॉ. हरगोविंद खुराना को फिजियोलॉजी और चिकित्सा के लिए, अमेरिका में जन्मे भारतीय सुब्रमण्यम चंद्रशेखर को साल 1983 में भौतिकी के लिए, ब्रिटिश भारतीय वेंकी रामाकृष्णन को वर्ष 2009 में रसायन विज्ञान के लिए, भारत में जन्मे अमेरिकी अभिजीत बनर्जी को 2019 में अर्थशास्त्र के लिए, ब्रिटिश भारत में जन्मे रोनाल्ड रॉस को 1902 में फिजियोलॉजी और चिकित्सा के लिए, ब्रिटिश भारत में जन्मे रुडियार्ड किपलिंग को 1907 में साहित्य के लिए, तिब्बत के नेता और धर्मगुरु 14वें दलाई लामा को 1989 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.
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