लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र सियासी जगत में इनदिनों सियासी सरगर्मी थोड़ी तेज है. राजनीतिक पार्टियां सियासी जमीं पर अपनी पार्टी की पकड़ मजबूत करने के लिए अलग - अलग हथकंडे अपना रही है. इसी कड़ी में बीते दिनों कांग्रेस पार्टी ने यह दावा किया था की उसके कार्यकाल में 6 सर्जिकल स्ट्राइक हुए थे. गौरतलब है कि यूपीए सरकार के समय 6 सर्जिकल स्ट्राइकों के दावों के बीच एक आरटीआई में रक्षा मंत्रालय की ओर से मिले जवाब में इस बात का खुलासा हुआ है की साल 2016 के पहले कहीं भी ऐसी कोई स्ट्राइक नहीं की गई थी. सूचनाधिकार के अंतर्गत मांगी गई जानकारी में रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि अभी तक सिर्फ एक सर्जिकल स्ट्राइक हुई है.
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक रक्षा मंत्रालय से आरटीआई में यह जानकारी मांगी गई थी कि सितंबर 2016 के पहले भी कोई सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी या नहीं? जिसके जवाब में रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की किसी भी कार्यवाही का कोई भी पिछला रिकॉर्ड रक्षा मंत्रालय के पास मौजूद नहीं है। रक्षा मंत्रालय की ओर से दिए गए जवाब में यह भी कहा गया कि सितंबर 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक में किसी भी तरह की कोई भी क्षति रक्षा बलों के जवानों को नहीं हुई थी।
बता दे कि इससे पहले कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शुक्ला ने यह दावा किया था कि मनमोहन सरकार के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ 6 बार सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। 6 सर्जिकल स्ट्राइक कब और कहा किए गए थे उस पर प्रकाश डालते हुए राजीव शुक्ला ने कहा था कि पहली सर्जिकल स्ट्राइक 19 जून 2008 में जम्मू और कश्मीर में पूंछ के भट्टल सेक्टर में हुई थी। तो वही दूसरी 30 अगस्त से लेकर 1 सितंबर 2011 तक नीलम घाटी के शारदा सेक्टर में की गई थी और तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक 6 जनवरी 2013 को सावन पत्र चेकपोस्ट पर की गई थी। कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी बताया था कि चौथी सर्जिकल स्ट्राइक 27 और 28 जुलाई 2013 को नजरपुर सेक्टर में की गई थी जबकि पांचवीं नीलम घाटी में 6 अगस्त 2013 को और छठी 14 जनवरी 2014 को की गई थी.कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शुक्ला के इस दावे के बाद जम्मू के रहने वाले आरटीआई एक्टीविस्ट रोहित चौधरी ने रक्षा मंत्रालय से सूचना के अधिकार के तहत उक्त् जानकारी मांगी थी। जिसके बाद रक्षा मंत्रालय ने अपने जवाब में कांग्रेस इन दावों को ख़ारिज कर दिया है.
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