देश की राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक यानी जाम लगने की समस्या आम बात है. लेकिन इसी जाम की वजह से कई बार गाड़ियां सही लेन में नहीं चलती हैं. यही वजह है कि राजधानी में सबसे ज्यादा हादसे लेन चेंज पर ही होते हैं. एक अनुमान के मुताबिक लगभग 70 प्रतिशत से ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं की वजह लेन चेंज ही होती हैं.
ऐसे में राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैफिक के नियमों में बड़ा बदलाव किया गया है. तो अगर आप भी घर से बाहर निकलते हैं तो पहले नए ट्रैफिक नियमों के बारे में जान लें. आइये जानते हैं कि दिल्ली में ट्रैफिक के नियमों में क्या-क्या बदलाव किए गये हैं.
क्या है नया ट्रैफिक नियम ?(what is the new traffic rule)
अब बस या ट्रक यानी बस लेफ्ट लेन में ही चल सकेंगी. इसके साथ ही हैवी व्हीकल भी बस की लेन में ही चलेंगी. कॉमर्शियल वाहनों को भी बस की लेन यानी लेफ्ट लेन से ही जाना होगा.
राइट लेने की स्थिति में बस को 10 सेकंड पहले का समय दिया जाएगा. ताकि लेफ्ट में गाड़ियों से हादसा ना हो.
कार या बस चालक अगर गलत तरीके से सड़क लेन बदलते हैं तो उन पर 10 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जायेगा.
अब बस ओवरटेक नहीं कर पाएंगी, क्योंकि बसों को सामान्य गति से ही चलना होगा.
नए नियम के तहत दोपहिया वाहनों के लिए भी ओवर टेक लाइन या मिडिल लाइन में ही रहने का प्रावधान बनाया गया है.
नए रुल्स के तहत नो ओवरटेकिंग जॉन और नो स्टॉपिंग जॉन बनाया जाएगा.
आपको बता दें कि पहले से ही राजधानी दिल्ली में लेन सिस्टम है लेकिन उसको कोई फॉलो नहीं करता है. यही वजह है कि दिल्ली में जाम की समस्या भी ज्यादा रहती है और एक दूसरे को ओवरटेक करने के चक्कर में रोड हादसे भी बढ़ रहे हैं. लेकिन अब ट्रैफिक के नियम में बदलाव कर लेन के नियमों को काफी सख्त बना दिया गया है और उस पर जुर्माना भी लगा दिया गया है.
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नए ट्रैफिक नियमों का 15 दिन के लिए ट्रायल
दिल्ली में शुक्रवार से जारी नए ट्रैफिक नियमों को अभी बस 15 दिन के ट्रायल पर रखा गया है. अगर ये सफल होता है तो इसे हमेशा के लिए लागू कर दिया जायेगा. फिलहाल इन नए नियमों को पालन कराने के लिए परिवहन विभाग ने इंफोर्समेंट टीम, डीटीसी, क्लस्टर और ट्रैफिक पुलिस की 50 टीमों को लेन ड्राइविंग सुनिश्चित करने के लिए सड़कों पर उतार दिया है. माना जा रहा है कि ट्रैफिक का ये नया नियम विदेशों की तर्ज पर रखा गया है. उम्मीद है कि दिल्ली में ट्रैफिक का ये नया नियम नई ट्रैफिक प्रणाली की नींव रखने में कामयाब होगा.
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