किसानों के लिए खुशखबरी, पीएम किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त जारी हो चुकी है. बता दें कि आज, यानि 17 अक्टूबर को नरेंद्र मोदी 2 दिवसीय “प्रधानमंत्री किसान सम्मान सम्मेलन” का उद्घाटन किया. जिसके साथ ही किसानों के खाते में 12वीं किस्त के 2000 रुपए सीधे हस्तांतरित किए गए.
16 हजार करोड़ से अधिक राशि
पीएम किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त में 16 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि किसानों के खाते में भेजी गई. जिससे देश के करोड़ों किसान इस राशि से लाभांवित हुए. साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को इसका लाभ मिला.
पीएम सम्मान निधि 12वीं किस्त
पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से चलाई जा रही योजना है. जिसके तहत किसानों के खाते में हर साल 6 हजार रुपए की राशि 3 किस्तों में भेजी जाती है. हर किस्त में 2 हजार रुपए भेजे जाते हैं. अब तक कुल 11 किस्तें किसानों के खाते में भेजी जा चुकी हैं. पीएम सम्मान निधि की 11वीं किस्त 31 मई 2022 को किसानों के खाते में भेजी गई थी.
600 से ज्यादा प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 600 से ज्यादा प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों की शुरुआत की. उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि “किसान समृद्धि केंद्र किसान के लिए सिर्फ उर्वरक खरीद और बिक्री का केंद्र नहीं है, ये एक संपूर्ण रूप से किसान के साथ घनिष्ट नाता जोड़ने वाला, उसकी हर आवश्यकता में मदद करने वाला केंद्र है”
उन्होंने कहा कि “फर्टिलाइजर सेक्टर में रिफॉर्म के हमारे अब तक के प्रयासों में आज दो और प्रमुख रिफॉर्म, बड़े बदलाव जुड़ने जा रहे हैं. वन नेशन, वन फर्टिलाइजर से किसान को हर तरह के भ्रम से मुक्ति मिलने वाली है और बेहतर खाद भी उपलब्ध होने वाली है”.
हालांकि अब 12वीं किस्त में थोड़ा विलंब हो गया था, क्योंकि सरकार पीएम सम्मान निधि के फर्जी खातों की पहचान के लिए अभियान चला रही थी, जिसके तहत लाखों किसानों के नाम लिस्ट से अमान्य घोषित किए गए हैं, जिनमें अकेले उत्तर प्रदेश के 21 लाख किसान शामिल है. आज प्रधानमंत्री द्वारा बटन दबाकर किसानों के खाते में पैसे हस्तांतरित किए गए.
“प्रधानमंत्री किसान सम्मान सम्मेलन”
“प्रधानमंत्री किसान सम्मान सम्मेलन” दिल्ली के भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा में आयोजित किया जा रहा दो दिवसीय सम्मेलन है, जो कि 17 व 18 अक्टूबर को आयोजित हो रहा है. इस सम्मेलन का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया. इस सम्मेलन के मुख्य आकर्षण में 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धी केंद्रों का उद्घाटन और किसानों के लिए एक राष्ट्र- एक उर्वरक नामक योजना की लॉन्चिंग की गई. साथ केंद्रिय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया इस सम्मेलन में मौजूद रहे.
5-6 रुपये में किसानों को मिलता है यूरिया
प्रधानमंत्री मोदी ने किसान सम्मेलन में कहा कि “देश में अब एक ही नाम, एक ही ब्रांड से और एक समान गुणवत्ता वाले यूरिया की बिक्री होगी. वह ब्रांड है भारत. आज से देशभर की सवा 3 लाख से अधिक खाद की दुकानों को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों के रूप में विकसित करने के अभियान की शुरुआत हो रही है. ये ऐसे केंद्र होंगे जहां खिर्फ खाद ही नहीं मिलेगी, बल्कि बीज, उपकरण, मिट्टी की टेस्टिंग, हर प्रकार की जानकारी जो भी किसान को चाहिए, वो इन केंद्रों पर एक ही जगह मिलेगी . किसानों को कम कीमत पर खाद मिले, इसके लिए इस वर्ष लगभग ढाई लाख करोड़ रुपये केंद्र सरकार सिर्फ यूरिया के लिए लगा रही है.”
पीएम मोदी ने कहा कि “हमारे देश के किसान पर बोझ न पड़े, हमारे किसान उन पर कोई नया संकट ना आए इसलिए जो 70-80 रुपये में यूरिया हम आज बाहर से लाते हैं, हम किसानों को 5-6 रुपये में पहुंचाते हैं ताकि हमारे किसान भाइयों-बहनों को कष्ट ना हो.”
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इस आयोजन की खास बात यह कि इसमें देशभर के 1500 कृषि स्टार्टअप्स और 13500 से अधिक किसानों को एक मंच पर लाया गया. साथ ही विभिन्न संस्थानों से करोड़ो किसान इस कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से जुडे हैं.
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