कृषि जागरण की 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा'/'MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra' वर्तमान में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में पहुंचकर किसानों को महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रायोजित 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' से अवगत करा रही है. बता दें कि इस समय यह यात्रा इटावा से चलकर कानुपर पहुंच चुकी है. जहां यह रोड शो जिले के प्रगतिशील किसानों का ध्यान अपने और आकर्षित कर रही है और साथ ही यात्रा को किसानों का भरपूरी समर्थन मिल रहा है.
कानपुर देहात जैसे जिलों को कवर करने के बाद, 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' वैना, केवीके कानपुर, रामनगर, नंदपुर, कचनार बगिया और किशौरा सहित विभिन्न गांवों में किसानों से जुड़ चुकी है. देखा जाए तो यात्रा के दौरान संवादात्मक सत्रों और चर्चाओं के माध्यम से, कृषि जागरण टीम ने प्रभावी ढंग से किसानों तक अपनी बात पहुंचाई है.
वही, कृषि जागरण ने यात्रा की सफलता में योगदान देने वाले प्रमुख योगदानकर्ताओं के प्रति अपना आभार व्यक्त किया और केवीके कानपुर में वैज्ञानिक (कृषि विस्तार) डॉ. राजेश रॉय और किशौरा कृषक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने इस पहल का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसके अतिरिक्त, जागरूकता फैलाने और कृषक समुदाय में सकारात्मक बदलाव लाने में बलजीत सिंह, बाबू सिंह, राहुल बिश्वाकर और राजदीप सिंह जैसे किसानों की भागीदारी और समर्थन अमूल्य रहा है.
ये भी पढ़ें: 'MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra' का कारवां पहुंचा इंदौर, यात्रा को प्रगतिशील किसानों को मिला सहयोग
MFOI Kisan Bharat Yatra क्या है?
'MFOI Kisan Bharat Yatra 2023-24' ग्रामीण परिदृश्य को बदल स्मार्ट गांवों के विचार की कल्पना करता है. एमएफओआई किसान भारत यात्रा का लक्ष्य दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक देश भर की यात्रा करना है, जो 1 लाख से अधिक किसानों तक विस्तारित होगी. जिसमें 4 हजार से अधिक स्थानों का विशाल नेटवर्क शामिल होगा और 26 हजार किलोमीटर से अधिक की उल्लेखनीय दूरी तय की जाएगी. इस मिशन का प्राथमिक उद्देश्य कृषि समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाना है, ताकि किसानों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाया जा सके.
MFOI भारत यात्रा का शुभारंभ भारत में करोड़पति किसानों की उपलब्धियों को पहचानने और उनके द्वारा किए गए कार्यों को पहचान दिलाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है. यह राष्ट्रव्यापी यात्रा एक लाख से अधिक किसानों से जुड़ेगी, 4520 स्थानों को पार करेगी और 26,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी. इतने बड़े पैमाने पर किसानों के साथ जुड़कर, यात्रा उनकी सफलता की कहानियों को दुनिया के समक्ष लाएगी.
Share your comments