भले ही पश्चिम बंगाल (West Bangal Assembly Election) में चुनाव मुकम्मल हो चुके हैं. दीदी एक बार फिर से सत्ता पर काबिज हो चुकी हैं. राज्य में बीजेपी को एक बार फिर करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है, मगर ममता के तेवर और मिजाज को देखकर ऐसा लगता है कि अभी-भी प्रदेश में सियासी तपिश अपने चरम पर है.
वहीं, अब प्रदेश के विजयी सिंहासन पर विराजमान होने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी हैं. अब दीदी मोदी सरकार (Modi Govt) से उनके हर वादे और दावे का हिसाब किताब मांग रही हैं, मगर कल तक ममता के खिलाफ हुंकार भरने वाली BJP आज खामोश है.
आखिर क्या है पूरा माजरा
दरअसल, पश्चिम बंगाल (West Assembly Election) में चुनाव प्रचार के दौरान PM मोदी समेत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) सरीखे BJP के कई नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि अगर हमारी सरकार बनती है, तो प्रदेश के सभी किसानों को ‘पीएम किसान सम्मान निधि योजना’ के तहत अब तक के बकाए रह चुके 18 हजार रूपए देंगी. खैर, BJP तो प्रदेश में चुनाव जीतने में नाकाम रही है, लेकिन यहां ममता ने बड़ा दांव चल दिया है. ममता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर कब मोदी सरकार प्रदेश के किसानों को 18 हजार रूपए देने जा रही है?
गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान BJP के नेताओं ने कहा था कि जहां एक तरफ अनेकों किसान केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kissan Samman nidhi Yojna) योजना का लाभ उठा पा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ ममता बनर्जी के अड़ियल रवैये की वजह से प्रदेश के किसान इस महत्वाकांक्षी योजना से वंचित हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए BJP ने प्रदेश के किसानों से वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनी, तो किसानों को 18 हजार रूपए प्रदान किए जाएंगे, मगर अफसोस BJP चुनाव में जीतने नाकाम रही.
वहीं, चुनाव जीतने के बाद ममता ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर किसानों को 18 हजार रूपए देने की मांग की है. हालांकि, अभी ममता बनर्जी की तरफ से लिखे गए इस पत्र को लेकर केंद्र सरकार की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
ममता ने क्या लिखा है
वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र को लिखे अपने पत्र में कहा कि, ‘हाल ही में चुनाव दौरे पर आए केंद्र के नेताओं ने किसानों को 18 हजार रूपए देने का वादा किया था, लेकिन न ही अभी तक किसानों को और न ही केंद्र सरकार को कोई फंड प्राप्त हुआ है. मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि तत्काल पात्र किसानों को यह राशि आवंटित की जाए.’ इतना ही नहीं, ममता बनर्जी ने पत्र में दावा किया है कि उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि प्रदेश के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत पात्र किसानों को राशि आवंटित की जाए.
राज्य सरकार ने इस संदर्भ में कृषि विभाग से वार्ता भी की थी. हालांकि, मंत्रालय की तरफ इसे लेकर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. खैर, अब सबको इस बात का इंतजार है कि ममता बनर्जी के इस पत्र को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से किस तरह की प्रतिक्रिया सामने आती है.
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