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बड़ा खतरा: पलक झपकते ही चट कर जाएंगे किसानों की फसल, इजराइल से रवाना हो चुके हैं टिड्डियों के दल

कोरोना के पहले कहर के दौरान जैसे-तैसे खुद को संभाल लेने वाले किसानों के लिए दूसरे कहर के दौरान खुद को संभाल पाना बेहद मुश्किल हो रहा है. एक तो पहले से ही कोरोना के प्रकोप के चलते सारी मंडियां बंद हो चुकी हैं. किसानों को यह समझ नहीं आ रहा है कि वे अपनी फसलों को कहां बेचें? हालात ऐसे बन चुके हैं कि वे अब औने-पौने दाम पर अपनी फसलों को बेचने पर मजबूर हो चुके हैं.

सचिन कुमार
Locust
Locust

कोरोना के पहले कहर के दौरान जैसे-तैसे खुद को संभाल लेने वाले किसानों के लिए दूसरे कहर के दौरान खुद को संभाल पाना बेहद मुश्किल हो  रहा है. एक तो पहले से ही कोरोना के प्रकोप के चलते सारी मंडियां बंद हो चुकी हैं. किसानों को यह समझ नहीं आ रहा है कि वे अपनी फसलों को कहां बेचें? हालात ऐसे बन चुके हैं कि वे अब औने-पौने दाम पर अपनी फसलों को बेचने पर मजबूर हो चुके हैं.

इस बीच अब खबर है कि इजराइल से टिड्डियों का दल भारतीय किसानों को बदहाल करने पर आमादा हो चुका है. दरअसल भारतीय कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, इजराइली टिड्डियां कभी-भी भारत में दस्तक देकर किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा सकती हैं. टिड्डियों का यह दल तकरीबन 35 हजार लोगों का खाना अकेले ही चट कर सकते हैं.

शायद आपको मालूम हो कि विगत वर्ष भी पाकिस्तान से टिड्डियों के दल ने भारतीय किसानों की फसलों को काफी मात्रा में नुकसान पहुंचाया था. वहीं, अब फिर इजराइल से रवाना हुई टिड्डियां भारतीय किसानों की फसलों को काफी मात्रा में नुकसान पहुंचा सकती है. एक तो पहले से ही किसानों की फसलों को बाजार में कोई पूछ नहीं ही रही है, और ऊपर से टिड्डियों का हमला किसानों के जख्मों और संजीदा करते हुए नजर आ रहा है.

कृषि विशेषज्ञों का क्या कहना है?

यहां हम आपको बताते चले कि इसे लेकर कृषि विशेषज्ञ किसानों को अलर्ट जारी कर चुके हैं, ताकि उन्हें भारी नुकसान से बचाया जा सके. विशेषज्ञों के मुताबिक, यह टिड्डियां आमतौर पर अफ्रीकी देशों में पाए जाते हैं, जो किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाने के लिए ही जाने जाते हैं. यह टिड्डियां अफ्रीकी देशों के किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाने के मामले में सुर्खियों में छाए रहते हैं, लेकिन विगत दो वर्षों से यही टिड्डियां भारतीय किसानों की फसलों को बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं.

हालांकि, कुछ मीडिया रिपोट्स में लगातार इस बात का दावा किया जा रहा है कि राजस्थान के कुछ जिलों में यह टिड्डियां देखी गई हैं और इन्होंने किसानों की फसलों को काफी मात्रा में नुकसान भी पहुंचाया है, लेकिन अभी तक इसे लेकर कोई पुख्ता सुबूत सामने नहीं आया हैं, मगर विशेषज्ञों का साफ कहना है कि इन टिड्डियों को भारत में पहुंचने में अभी 5 दिन लग सकते हैं, लेकिन इसे लेकर अभी-भी संशय बना हुआ है, चूंकि टिड्डियों का भारत में दस्तक देना काफी हद तक हवा के रूख पर निर्भर करता है.

चिंतित हैं किसान

वहीं, किसानों के सामने भी बड़ी समस्या इस बात को लेकर बनी हुई है कि एक तो पहले से ही महामारी की वजह से सारी मंडियां बंद पड़ी है और ऊपर से अगर टिड्डियों का हमला हुआ, तो काफी मात्रा में फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है.

कैसे करें बचाव?

वहीं, कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर किसान भाई फसलों को नुकसान होने से बचाना चाहते हैं, तो इसके लिए उन्हें खाली, परात सहित खाली बर्तनों को पीटना होगा, जिससे काफी हद तक टिड्डियों को भगाया जा सकता है. खैर, अब आगे चलकर टिड्डियों का दल क्या रूख अख्तियार करता है. यह तो फिलहाल आने वाला पांच दिन के बाद ही तय हो पाएगा.  

English Summary: locust can reach india after the 5 days and attack the crops of farmer Published on: 24 May 2021, 05:17 PM IST

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